May 1, 2025

योगी सरकार में भी अवैध मंदिर के तोडऩे का नोटिस जारी हुआ

कानपुर नगरनिगम में तीन मंदिरों को बताया अवैध

राजस्थान के अलवर जिले के राजगढ मेें अतिक्रमण हटाने के नाम पर 300 साल पुराने शिव मंदिर को तोडे जाने को लेकर कांग्रेस के और भाजपा के बीच घमासान मचा हुआ है ऐसे धार्मिक तनाव के माहौल में उत्तरप्रदेश में कानपुर नगरनिगम ने 3 मंदिरों को अवैध बताकर नोटिस जारी करके कही ना कही नया बवाल खड़ा कर दिया है। इस मामले पर विपक्षी दल ने कुछ नही कहा है लेकिन बजरंग दल ने मोर्चा खोल दिया है, उनका कहना है कि उनके ऊपर बुलडोजर चलने के बाद ही मंदिर तोडा जा सकेगा। गौरतलब है कि दिल्ली में मंदिर तोड़े जाने को लेकर पहले ही आम आदमी पार्टी भाजपा पर मंदिरों पर बुलडोजर चलाने का आरोप लगा चुकी है, वही राजस्थान के राजगढ़ में भाजपाशासित नगरनिगम में मंदिर तोडऩे के प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पास किया था। अब योगी सरकार में कानपुर नगरनिगम द्वारा तीन मंदिरों को अवैध बताने से कही ना कही भाजपा के कोर हिन्दुत्व के एजेंडे पर पकड़ कमजोर होती दिखाई दे रही है, भाजपा का खुलकर समर्थन करने वाले बजरंग दल ने ही योगी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलता दिखाई देना कही ना कही यह स्पष्ट करता है कि भाजपा की हिन्दुत्व की राजनीति सिर्फ कुर्सी पाने तक सीमित है। अगर उन्हें मंदिरों की चिंता होती तो निश्चित ही राजगढ़ में 300 साल पुराने मंदिर को तोडऩे का प्रस्ताव नही पास करते और ना ही दिल्ली में मंदिर तोडऩे की कोशिश करते, और ना ही कानपुर के तीन मंदिरों को नोटिस जारी की जाती।

भाजपा को हिन्दुत्व की राजनीति में मिल रही है आप से टक्कर

हिन्दू संगठन ने खोला मोर्चा

कानपुर नगर निगम द्वारा जारी तीन मंदिरों को अवैध बताने वाली नोटिस पर बजरंग दल का कहना है कि अगर मंदिरों पर एक्शन हुआ तो बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाऐगा. निगम प्रशासन ने कानपुर के कंपनी बाग रोड़ के हनुमान मंदिर पर नोटिस लगाया है जिसमें तीन दिन का समय देते हुए भगवान हनुमान क मूर्ति को कही और स्थापित करने की बात कही हैं। इसके अलावा हनुमान मंदिर के पास ही स्थित शिव मंदिर और शनिदेव मंदिरों को लेकर भी नोटिस जारी किया है। नोटिस के बाद हिन्दू संगठनों ने कहा कि मंदिर को तोड़ा नही जा सकता है मंदिर अपनी जगह पर ही रहेगा। मंदिर फुटपाथ पर बना है। वही बजरंग दल के कार्यकर्ताओं का कहना है कि नगर निगम को मंदिरों को ध्वस्थ करने से पहले उनकी लाशों से होकर गुजरना पड़ेगा। उल्लेखनीय है कि योगी सरकार का बुलडोजर अवैध निर्माण और माफियाओं पर चला रही है, क्या अवैध मंदिरों पर भी बुंलडोजर योगी सरकार चलायेगी ? या कानपुर नगरनिगम अपना जारी किया गया नोटिस वापस लेगी? राजनीतिक जानकारों का कहना है कि विकास के नाम पर अवैध मंदिरों को तोडकर भाजपा हिन्दुत्व की राजनीति नही कर सकती है।

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