अयोध्या की जगह गोरखपुर से क्यों टिकट मांगा, इसका विश्लेषण करना भी जरुरी नही समझा
यूपी चुनाव में गोदी मीडिया का इज्जत भी दांव पर लगी है, सपा नेता अखिलेश यादव ने यूपी चुनाव में ईमानदार पत्रकारों की सूची बनाने की बात कह करके अप्रत्यक्ष रूप से कही ना कही गोदी मीडिया पर ही निशाने से नही चुक रहे हैं, जिससे कही ना कही गोदी मीडिया दहशत में है, वही ईमानदार व निष्पक्ष पत्रकारिता वाले वीडियो भी सोशल मीडिया में जम कर वायरल हो रहे है। इसी कड़ी में नया नाम पत्रकार चित्रा त्रिपाठी का भी शामिल हो गया है। उनका एक वीडियो सपा नेता राजीव राय ने वायरल किया है, जिसमें वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अयोध्या से चुनाव लड़ने के फायदे बता रही है। पत्रकार चित्रा त्रिपाठी का कहना है कि अगर योगी आदित्यनाथ अयोध्या से चुनाव लड़ते है तो इसका असर सिर्फ अयोध्या में ही नहीं तमाम पूर्वांचल पर पड़ेगा ,ढ़ाई से तीन घंटे में गोरखपुर से अयोध्या पहुंच सकते हैं और इतने ही समय में लखनऊ से अयोध्या पहुंच जायेगें। बगल में अमेठी सीट है सपा हल्के में लेने की कोशिश ना करें। जो स्पष्ट संकेत दे रहा है कि सपा भाजपा की रणनीति को हल्के में ना लें, यह रणनीति भाजपा को भारी नुक्सान पहुंचाने वाली है।
भाजपा की पहली लिस्ट आने के बाद एंकर यही फायदे योगी आदित्यनाथ के गोरखपुर से लड़ने से बता रही है। जिससे सवाल तो उठता है कि एंकर की नजर में अयोध्या और गोरखपुर में कोई अंतर नही दिखाई दे रहा है, जिस सीट पर योगी आदित्यनाथ चुनाव लड़ रहे है, वह भाजपा की सुरक्षित सीट में गिनी जाती है यहां से भाजपा के डां मोहन दास अग्रवाल तीन बार चुनाव जीते है, उनकी टिकट योगी आदित्यनाथ के चलते काट दी गई। अयोध्या सीट को लेकर भाजपा जमीनी तैयारी भी कर चुका था कि योगी आदित्यनाथ ही प्रत्याशी होगें, लेकिन अयोध्या में 90 प्रतिशत से ज्यादा हिन्दू होने के बाद भी क्यो योगी आदित्यनाथ गोरखपुर का रूख किया, इसका विश्लेषण करने की जगह एंकर गोरखपुर से लड़ने के फायदे गिना कर बता दिया कि योगी आदित्यनाथ का हर कदम मास्टर स्ट्रोक है।