विवेक अग्रिहोत्री शॉर्टलिस्ट होने की जानकारी गलत दे सकते है तो फिल्म की कहानी कैसे सच्ची लिख सकते है
द कश्मीर फाइल्स फिल्म के कहानी को लेकर सवाल उठने के बाद अब द कश्मीर फाइल्स के निर्देशक विवेक अग्रिहोत्री के इस दावें पर भी सवाल उठ रहे है जिसमें उन्होंने कहा कि उनकी फिल्म ऑस्कर अवॉर्ड 2023 के लिए शार्टलिस्ट हो गई है। जाने माने लेखक असीम छाबरा का कहना है कि विवेक अग्रिहोत्री झूठ बोल रहे है, उनकी फिल्म सिर्फ ऑस्कर के लिए क्वालीफाई हुई है। कोई भी फिल्म ऑस्कर के लिए क्वालीफाई हो सकती है अगर उसने एलए में थोड़ा बहुत भी बिजनेस किया है।
विवादित फिल्म द कश्मीर फाइल्स का विवाद थमने का नाम नही ले रहा है। निर्माता विवेक अग्रिहोत्री ने एक बार फिर उनकी फिल्म पर सवाल उठाने वाले लोगों को कठघरे में खड़ा करने की कोशिश करते हुए ट्वीट किया कि फिल्म द कश्मीर फाइल्स ऑस्कर अवॉर्ड 2023 के लिए शार्टलिस्ट हुई है, इसके साथ ही यह भी बताया कि पल्लवी जोशी , मिथुन चक्रवर्ती, दर्शन कुमार, और अनुपम खेर सभी सर्वश्रेष्ठ अभिनेता की श्रेणी के लिए भी चुने गए है। इसके ट्वीट के बाद बाद से ही उनके इस दावे की पड़ताल शुरू हो गई, जो बताता है कि उनके बातों पर लोगों को विश्वास खत्म हो गया है इसलिए फेक्ट चेक करने लगे। जाने माने लेखक असीम छाबरा के विवेक अग्रिहोत्री के दावे को पूरी तरह से झूठा बताते हुए कहा कि उनकी फिल्म ऑस्कर के लिए शॉर्टलिस्ट की जगह सिर्फ क्वालीफाई ही हुई है, वह हर फिल्म ऑस्कर के लिए क्वालीफाई हो सकती है जिसने एलए में थोड़ा बहुत भी बिजनेस किया हो। गौरतलब है कि द कश्मीर फाइल्स और कांतारा दोनों ही ए एकेडमी अवार्डस 2023 की पहली पात्रता सूची में 301 फीचर फिल्मों में शामिल है। कांतारा और द कश्मीर फाइल्स के अलावा एक दर्जन भारतीय भाषा की फिल्मों को भी इस सूची में जगह मिली है। तकनीकी रूप से ऑस्कर की शॉर्टलिस्ट किए जाने और एलिमिनेशन लिस्ट में जगह बनाने के बीच अंतर है, लेकिन निर्माता विवेक अग्रिहोत्री ने इस अंतर को खत्म करते हुए देश की जनता को एक बार फिर गुमराह करने की कोशिश की है, जो बताता है कि जब विवेक अग्रिहोत्री ऑस्कर की शॉर्टलिस्ट होने की गलत जानकारी देश की जनता को दे सकते है तो द कश्मीर फाइल्स की कहानी कैसे सही लिखी होगी जिसकों लेकर सवाल उठ रहे है और भविष्य में भी उठते रहेगें।