जावेद अख्तर ने, काल्पनिक खतरे के माध्यम से पीएम पर निशाना साधा
पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा की चूक मामले पर हो रही राजनीति पर बॉलीबुड के अधिकांश लोगों ने चुप्पी साधे रखी लेकिन मशहूर लेखक और गीतकार जावेद अख्तर जो अपने विचार वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य में रखते रहते है एक बार फिर उन्होंने पीएम पर निशाना साधते हुए कहा कि हमारे प्रधानमंत्री ने खुद के लिए काल्पनिक खतरे पर राष्ट्रपति से मुलाकात की थी और चर्चा भी की थी और वो भी तब जब वह बुलेट प्रूफ वाहन में बैठे थे और चारों ओर से बॉडीगार्ड से घिरे थे, लेकिन उन्होंने तक एक शब्द भी नही कहा जब लाखों भारतीयों के नरसंहार की खुलेआम धमकी दी गई थी। ज्ञात हो कि हरिद्धार में आयोजित धर्म संसद में मुस्लिम समुदाय के खिलाफ विवादित भाषण दिए गये थे। वीडियों वायरल होने के तीन दिन के बाद किसी तरह उत्तराखंड की पुलिस ने एफआईआर तो दर्ज की गयी है लेकिन अभी तक कोई भी कार्यवाही नही होने से इस मामले की जांच की मांग जनहित याचिका के माध्यम से पटना उच्च न्यायालय की पूर्व न्यायाधीश एवं वरिष्ठ अधिवक्ता अंजना प्रकाश, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं वरिष्ठ वकील सलमान खुर्शीद और अन्य की याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट ने शीघ्र सुनवाई सहमति व्यक्त करते हुए कहा कि इस पर गौर करने की बात कही है। जो इस बात का संकेत है कि धर्म संसद में साधु संतों के द्वारा दी गयी विवादित भाषण पर पुलिस कार्यवाही छत्तीसगढ़ पुलिस की तरह नही होना बताता है कि सत्ता में बैठे नेता नही चाहते है कि इस मामले पर कार्यवाही हो, जिसके चलते इंसाफ के लिए लखीमपुर खीरी की तर्ज पर लोगों को सुप्रीम कोर्ट का सहारा लेना पड़ रहा है।
हरिद्धार की धर्म ससंद में दिये गये विवादित भाषणों की चर्चा सिर्फ देश में ही नही विदेशों में भी हुई। इसके बाद भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या फिर मोदी सरकार के अन्य मंत्रियों ने जिस तरह से पंजाब में हुई सुरक्षा की चूक की तरह दोषियों पर कार्यवाही करने की आवाज बगैर किसी जांच के ही तय करने की कोशिश की लेकिन धर्म संसद में वीडियों वायरल जिससे देश की बदनामी हुई उन पर कार्यवाही सुनिश्चित करने का प्रयास तक नही किया गया । बनारस के घाट में भी गैर हिन्दुओं के प्रवेश के पोस्टर लगाये गये थे इस पर भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा कोई प्रतिक्रिया नही आयी जबकि यह उनका संसदीय क्षेत्र है।
योगी सरकार को मुस्लिम नाम से समस्या है, उर्दू भाषा से नही