डब्ल्यूएचओ के आंकडे को गलत साबित कर मोदी सरकार दुनिया को संदेश दे सकती है कि बदनाम करने के लिए यह षडयंत्र रचा गया था
विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट में दुनिया में कोरोना से मारे गये ढेड़ करोड़ लोगों में से लगभग 47 लाख लोग भारत के होने की बात कहकर जहां मोदी सरकार के कोरोना में मारे गये सवा पांच लाख के दावे को झूठा करार देने के साथ ही भाजपाई की उस दावे की भी हवा निकला दी है जिसमें दावा किया जाता रहा है कि मोदी सरकार आने के बाद दुनिया में भारत का सम्मान बढ़ा है। जानकारों का कहना है कि अगर दुनिया में मोदी सरकार आने के बाद देश का गौरव बढ़ा है तो विश्व स्वास्थ्य संगठन कोरोना काल में मोदी सरकार के दावे को गलत कैसे बता सकता है? इस घटना के बाद निश्चित ही दुनिया में मोदी सरकार की विश्वसनीयता पर सवाल गहराने लगेगा। मोदी सरकार की जिम्मेदारी है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ ही दुनिया के यह बताये कि कोरोना काल में देश में सवा पांच लाख लोगों की ही मौत हुई है, और सरकार के आंकडे पूरी तरह सही है। देश की जनता को मोदी सरकार के दावे पर पूरा भरोसा है लेकिन दुनिया को मोदी सरकार किस तरह भरोसा आने वाले दिनों में दिलाते हेै इस पर सभी भारतवासियों की नजर है।
देश की जनता को मोदी सरकार के दावें पर भरोसा है, तो विश्व स्वास्थ्य संगठन को क्यो नही हो रहा भरोसा?
देश की जनता मोदी सरकार के सभी आंकडों पर विश्वास करती है, विपक्ष जरूर मोदी सरकार के दावे पर सवाल उठता रहा है, इसके बाद भी जनता मोदी सरकार को बदनाम करने की साजिश के तौर पर देखते हुए मोदी सरकार पर विश्वास लगातार बढ़ता जा रहा है, जिस तरह से देश की जनता मोदी सरकार पर विश्वास कर रही है, साथ ही मोदी सरकार के आने के बाद दुनिया में भारत का सम्मान बढऩे के बाद भी विश्व स्वास्थ्य संगठन कोरोना काल में भारत सरकार के दावे पर सवाल उठाकर कही ना कही मोदी सरकार को बदनाम करने की कोशिश के तौर पर देश में देखा जा रहा है। देशवासियों की भावनाओं का ध्यान रहते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मोदी सरकार के अन्य नेताओं की जिम्मेदारी है कि वह विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ ही दुनिया के नेताओं को यह बताये कि विश्व स्वास्थ्य संगठन भी विपक्ष की तरह ही मोदी सरकार को बदनाम करने का षडयंत्र रचने के साथ ही, देश में कोरोना काल में सवा पांच लाख लोगों की ही मौत हुई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट में दुनिया में मरने वाला हर तीसरा व्यक्ति भारतीय होने की दावा करके कही ना कही मोदी सरकार की विश्वसनीयता पर दुनिया में सवाल उठाया है, जिससे भारत के विश्व गुरू बनाने के अभियान को भी जबरदस्त धक्का लग सकता है। देश में ऑक्सीजन की कमी से मरने का दावा गोदी मीडिया के द्वारा भी किये जाने के बाद भी मोदी सरकार ने ऑक्सीजन से देश में एक भी व्यक्ति के मरने के दावे को देश की जनता ने पूरी तरह से सही माना, जबकि विपक्ष इसे गलत बताता रहा है। गौरतलब है कि ऑक्सीजन की कमी के मामले पर कोर्ट ने भी संज्ञान में लिया था । देश की जनता को मोदी सरकार के दावें पर पूर्ण विश्वास के चलते ही उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में एक बार फिर भाजपा को एतिहासिक जीत दिला दी, जिसकी विपक्ष कल्पना भी नही किया होगा चुनाव के पूर्व। जिस तरह देश की जनता को मोदी सरकार पर विश्वास है उसी तरह ही दुनिया में भी विश्वास कायम करने के लिए मोदी सरकार विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट को गलत साबित करने के साथ ही देश् के कोरेाना के मारे गये आंकडे को सही साबित करने की अतिरिक्त जिम्मेदारी मिल गयी है। देश की जनता को पूर्ण विश्वास है कि मोदी सरकार विश्व स्वास्थ्य संगठन के इस साजिश का भी पर्दाफंाश करने में कामयाब होगें।