ललित मोदी ने आईपीएल टीम सट्टाबांजी कंपनी खरीदने पर उठाये सवाल
आईपीएल आने के बाद क्रिकेट में सट्टा का कारोबार का शहर से गांवों तक विस्तार किया
नये भारत मेंं क्या पैसों के लिए आईपीएल टीम सट्टेबाजी का धंधा करने वाली कंपनी को भी बेची जायेगी, यह सवाल इंडियन प्रीमियर लीग के पूर्व कमिश्वर ललित मोदी ने उठाया है, उनका कहना है कि सट्टेबांजी कंपनियां आईपीएल टीम खरीद रही है। शायद कोई नया नियम आ गया है। बोली जीतनेवाला एक बीलीदाता एक बड़ी सट्टेबाजी कंपनी का मालिक भी है, आगे क्या होगा। उल्लेखनीय है कि क्रिकेट मैचों में सट्टा लगाने का बहुत पुराना प्रचलन है लेकिन आईपीएल के मैचोंं में बहुत ही छोटे स्तर पर सट्टा लगाया जाने लगा था, उस वक्त पूर्व कमिश्रर ललित मोदी को सट्टा की चिंता नही थी लेकिन आज सट्टा बांजों के द्वारा टीम खरीदने पर चिंता जाहिर कर रहे है।
पूर्व कमिश्रर ललित मोदी आईपीएल में निजी इक्विटी फर्म सीवीसी कैपिटल्स पार्टनर्स के प्रवेश पर सवाल उठाते बताया कि यह कंपनी निवेश सट्टेबाजी की गतिविधियों से जुड़ी कंपनियों में है। लखनऊ फे्रंजाईजी को आरपीएसजी वेंजर्स ने 7090 करोड़ में खरीदा है। सीवीसी की वेबसाइट के अनुसार उनका निवेश टिपिकों और सिसल जैसी कंपनियों में है जो खेल सट्टोबाजी से जूडे है। भारत में सट्टेबांजी वैध नही है। ललित मोदी ने आईपीएल की टीम सट्टेबाजी कंपनियों के खरीदने पर कहा कि क्या बीसीसीआई ने अपना काम नही किया है, भ्रष्टाचार रोधी इकाइंया ऐसे मामले में क्या करेंगी? ललित मोदी का कहना है कि भारत मेें सट्टा वैध नही है लेकिन आईपीएल के मैचों में बड़े ही नही छोटे स्तर पर भी सट्टा लगाने की शुरूआत की है जिसका विस्तार लगातार हो रहा है। अब अगर आईपीएल की टीम सट्टाबांजी का कारोबार करने वाली कंपनी खरीदेगी तो निश्चित ही देश में आईपीएल में सट्टा कारोबार को एक नयी उड़ान मिलने की उम्मीद है। ललित मोदी जब आईपीएल के कमिश्रर थे उस वक्त क्रिकेट में बढ़ते सट्टे की चिंता नही सताई लेकिन आज जब वह आईपीएल से उनका कोई नाता नही है तो सट्टा की चिंता सता रही है।