आवारा पशुओं की समस्या, चुनावी मुद्दे में तब्दिल हुआ
समाजवादी पार्टी ने भाजपा को उनकी पिच की जगह अपनी पिच में खेलने को मजबूर किया जाना बताता है कि ध्रुवीकरण की राजनीति यूपी में फेल हो जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आवारा पशुओं की समस्या से निराकरण का वादा भाजपा सरकार बनने के बाद दिलाने का वादा किया, उसी तरह योगी आदित्यनाथ ने भी आवारा पशुओं की समस्या पर कहा कि जो बेसहारा गायों की देखभाल करेगा उसे नौ सौ रूपये हर महीने मिलेगें, इससे गौ माता की रक्षा होने के साथ ही कोई बूचडख़ाना नहीं चलेगा। भाजपा के दोनों बड़े नेताओं ने जनता को यह नही बताया कि डबल इंजन सरकार होने के बाद भी यूपी की जनता को आवारा पशुओं की समस्या से पिछले कार्यकाल में क्यो मुक्ति नही दिलायी गयी?
पांच साल बाद भाजपा नेताओं को आवारा पशुओं की समस्या की याद आयी
यूपी में डबल इंजन की सरकार होने के बाद भी विधान सभा चुनाव समाजवादी पार्टी की पिच पर खेला जाना इस बात का प्रमाण है कि भाजपा का धु्रवीकरण का कोर एजेंडा इस चुनाव में फेल हो गया है, जिसके चलते भाजपा के स्टार प्रचारक भी समाजवादी पार्टी द्वारा तैयार पिच पर धीरे धीरे खेलने को मजबूर हो रहे है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्नाव की सभा में इस बात का आभास हुआ कि यूपीवासी आवारा पशुओं की समस्या से परेशान है। जिसके चलते उन्हें कहना पड़ा कि खुले में घूम रहे पशुओं से जो परेशानी होती है, उसे दूर करने के लिए 10 मार्च के बाद नई व्यवस्था बनेंगी। जो पशु दूध नही देता है, उसके गोबर से भी आय हो, ऐसी व्यवस्था मैं आपके सामने खड़ी कर दूंगा, और एक दिन ऐसा आएगा कि छुट्टा पशु जो है न, लोगों को लगेगा कि यार इसे भी बांध लो, इससे भी कमाई होने वाली है। उन्होंने जनता को यह नही बताया कि किन कारणों से पिछले पांच सालों में ऐसी व्यवस्था डबल इंजन की सरकार होने के बाद भी खड़ी नही की जा सकी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी आवारा पशुओं की समस्याओं पर बोलने के लिए मजबूर होना पड़ा। उन्होंने भी भाजपा सरकार बनने के बाद आवारा पशुओं की समस्यां के निदान की योजना के बारे में बताते हुए कहा कि जो बेसहारा गायों की देखभाल करेगा उसे नौ सौ रूपये दिये जायेगें, इससे गौ माता की रक्षा होने के साथ ही अवैध बुचडख़ाना भी बंद हो जायेगें। जैसे अपराधी थाने में अपराधी गले में तख्ती लगाकर खड़ा होता है कि जान बख्श दो, ऐसे ही हर कसाई ठेले पर सज्जियां बेचते नजर आएंगे। पाप से उसकें मुक्त किया जा रहा है, पाप की दुनिया से हटकर पुण्य की दुनिया में जाएगा। उन्होंने भी यह नही बताया कि पांच सालों इस योजना को अमली जामा क्यो नही पहनाया जा सका। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि अच्छे दिनों की तरह ही यूपी चुनाव में भाजपा नेता आवारा पशुओं की मुक्ति के योजना के बारे में बता है कि पुन: भाजपा सरकार बनने से यूपी में आवारा पशुओं की समस्यां खत्म हो जायेगी? लेकिन विगत पांच सालों में क्यो नही खत्म हुई यह बताने का प्रयास कोई भाजपा नेता नही कर रहा है।
समाजवादी पार्टी ने आवारा पशुओं की समस्या को बनाया था चुनावी मुद्दा
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव आवारा पशुओं की समस्याओं का मुद्दा अपनी जनसभाओं में लगातार उठाते रहे है। समाजवादी पार्टी ने वादा किया है कि सरकार बनने पर सांडों से हमले पर मृत परिजानों को पांच पांच लाख रूपये का मुआवजा देने के वादा कि साथ ही नारा दिया है कि बाबा, बुल और बुल्डोजर से मुक्ति मिलेगी। किसानों का कहना है कि योगी सरकार आने के बाद आवारा पशुओं की समस्या में भारी इजाफा हुआ है। गाय संरक्षण नीति लागू होने के कारण अवैध बुचडखाने बंद होने के साथ ही पशुओं का परिवहन भी बंद हो जाने से यह समस्या और विकराल हो गई। किसानों को आवारा पशुओं से बचाने के लिए अतिरिक्त पैसा खर्च करके खेतों में तार लगानी पड़ रही है। इसके बाद भी फसल सुरक्षित होने की कोई गॉरेटी नही है।