ज्योतिरादित्य सिंधिया को सीएम बनने की भविष्यवाणी करके भाजपा के अंदर उथल पुथल मचाई
मध्य प्रदेश की शांत राजनीति में जैन मुनि 108 विजयेश सागर महाराज और मुनि श्री विहर्ष सागर महाराज ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री बनने का आर्शीवाद देकर उथल पुथल मचा दी है। सवाल यह है कि कांग्रेस सरकार में मुख्यमंत्री नही बन पाने के चलते ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होकर कांग्रेस सरकार को गिरा दिया था। जिसके चलते उन्हें राज्यसभा की सीट के साथ ही केंद्रीय मंत्री भी मोदी सरकर ने बनाया, केंद्रीय मंत्री वह कांग्रेस सरकार में भी रह चुके है। उनके एमपी के मुख्यमंत्री बनने की इच्छा क्या भाजपा में पूरी होगी? क्योकि कांग्रेस में उनके मुख्यमंत्री बनने की संभावनाएं पूरी तरह से खत्म हो गयी है।
जैन मुनि 108 विजयेश सागर महाराज और मुनि श्री विहर्ष सागर महाराज के ज्योतिरादित्य सिंधिया के एमपी के मुख्यमंत्री बनने की भविष्यवाणी के बाद सवाल उठने लगा है कि शिवराज सिंह चौहान का क्या होगा? जिस तरह भाजपा ने उमा भारती को किनारे करके शिवराज सिंह चौहान को मुख्यमंत्री बनाया था क्या उसी तरह ही शिवराज सिंह चौहान को दरकिनार करके ज्योतिरादित्य सिंधिया को सीएम की कमान सौंपेगी? ग्वालियर के फूलबाग मैदान में आयोजित पंचकल्याणक गजरथ महोत्सव एवं विश्व शांति महायज्ञ कार्यक्रम में मुनि श्री ने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ग्वालियर के विकास के साथ ही प्रदेश में नए आयामों को स्थापित कर रहे है, युद्ध महाभारत का हो या राजनीति का इस दौरान आपका सही समय पर सही निर्णय आप को जीत दिला सकती है।इस कार्यक्रम में ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने समर्थक प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट, ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्र सिंह तोमर, उद्यानिकी एंव खाद्य वितरण मंत्री भारत सिंह के साथ आये थे। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि मुनि श्री का बयान यही संकेत दे रहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया का कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जाने को एक सही कदम के साथ ही यह संदेश देने का प्रयास किया जा रहा है कि मुख्यमंत्री बनने का सपना भाजपा में ही पूरा होगा। मुनि श्री के बयानों से एमपी की राजनीति गर्मा गयी है, क्योकि भाजपा ने कांग्रेस से भाजपा में आये हेमंत विश्व सरमा को असम की कमान सौंपी है, इसके अलावा कही भी भाजपा ने कांग्रेस छोड़ कर आये नेताओं को सीएम नही बनाया है। एमपी में भाजपा के पास कई कद्दावर नेता सीएम की दौड़ में शामिल है, उन सबकों नजरअंदाज भाजपा आलाकमान कर पायेगी? यह कुछ ऐसे सवाल है जो मुनि श्री के भविष्यवाणी के बाद उठने लगे है। साथ ही कांग्रेस के आगामी विधानसभा चुनाव में भी सरकार बनने की सम्भावनाओं को मुनि श्री ने दरकिनार कर दिया है।