पहले नंबर वाले ने होर्डिग्स लगा ली, दूसरे तीसरे नंबर वालों ने क्यो नही होर्डिग्स लगायी?
कोरोना काल में भी योगी सरकार ने स्मार्ट सिटी मिशन पर काम करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुश करके अपने पूराने मतभेदों को किया खात्मा
उत्तरप्रदेश विभानसभा चुनाव के पूर्व योगी सरकार को मोदी सरकार ने स्मार्ट सिटी मिशन का डंका बजाने वाले पोस्टर लगाने का मौका देकर उत्तरप्रदेश की जनता को ही नही पूरे देश को आश्चर्यचकित कर दिया कि योगी सरकार ने किस तरह कोरोना काल स्मार्ट सिटी मिशन को सफल बनाने के लिए युद्धस्तर पर काम कर रही थी, जिसकी चर्चा गोदी मीडिया में भी नही थी हर कोई उत्तरप्रदेश में बहती लाशों पर राजनीति करके योगी सरकार के कामों को नजर अंदाज करने का प्रयास कर रहा था। गौरतलब है कि मोदी सरकार ने देश में 100 स्मार्ट सिटी बनाने की योजना बनायी थी लेकिन यह योजना पर कितना प्रतिशत काम पूरा हुआ है या और देश को पहला स्मार्ट सिटी कम मिलने वाला है इस सवालों का जवाब अभी जनता तलाश ही कर रही थी कि उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तरप्रदेश सहित पूरे देश में स्मार्ट सिटी मिशन में पूरे देश में नंबर वन का होर्डिग्स लगा कर उत्तरप्रदेश के साथ ही ही साथ पूरे देश को नोटबंदी की तरह सबकों सकते में डाल दिया। ज्ञात हो कि उत्तरप्रदेश में 10 स्मार्ट सिटी बनायी जानी थी। कोरोना काल में जहां अधिकांश काम बंद पड़े है ऐसे विषम परिस्थितियों मेंं भी योगी सरकार ने मोदी सरकार की स्मार्ट सिटी की योजना पर 24 -24 घंटा काम करके पूरे देश में स्मार्ट सिटी मिशन में नंबर वन का दर्ज प्राप्त करके उत्तरप्रदेश के साथ ही देश दुनिया की जनता को यह बता दिया कि कोरोना की दूसरी लहर में जरूर उत्तरप्रदेश की नदियों में शव बह रहे थे उस दौरान भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट स्मार्ट सिटी का काम युद्ध स्तर पर जारी था जिसकी वजह ही मोदी सरकार को कोरोना की तीसरी लहर से पूर्व ही उत्तरप्रदेश को स्मार्ट सिटी मिशन में नंबर वन का पुरस्कार देना पड़ा। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि मोदी सरकार ने योगी सरकार को स्मार्ट सिटी मिशन का पुरस्कार तो दे दिया है लेकिन जनता को यह नही बताया कि उत्तरप्रदेश के कौन कौन से शहर उनकी स्मार्ट सिटी की योजना को पूरा कर पाये है। वही स्मार्ट सिटी मिशन में उत्तरप्रदेश नंबर वन पर है लेकिन दूसरे तीसरे नंबर पर कौन है इसकों लेकर अभी तक किसी भी राज्य में पोस्टर नही लगाये गये है। क्या विपक्ष की सरकारों ने भी स्मार्ट सिटी मिशन में बेहत्तर काम किया हेै इसलिए वह मोदी सरकार की इस योजना के तहत मिले पुरस्कार का उल्लेख करने से बच रहे है।