हीराखंड एक्सप्रेस शुरू करने के लिए, क्या कांग्रेसी फिर से करेगें रेल रोकों आंदोलन?
कांग्रेस संगठन क्या कोरापुट से चलने वाली हीराखंड एक्सप्रेस को फिर से जगदलपुर से चलाने के लिए रेल रोकों आंदोलन आने वाले समय में करेगा? यह सवाल इसलिए महत्वपूर्ण है कि रेल बजट पर चर्चा करते हुए बस्तर सांसद दीपक बैंज ने बस्तर से चलने वाली रेल सुविधाओं को बहाल करने की मांग जोर शोर से की थी लेकिन रेलमंत्री पीयुष गोयल ने अपने जवाब में ऐसा कुछ नही कहा कि जिससे यह उम्मीद जागे कि बस्तर में हीराखंड एक्सप्रेस का संचालन आने वाले दिनों में शुरू होगा। सांसद दीपक बैंज ने कहा था कि अगर बस्तर को रेल नही तो लौह अयस्क के परिवहन भी नही होने देगें। ज्ञात हो कि बस्तर में अधिकांश रेल लौह अयस्क के परिवहन को रोकने के बाद ही मिली है। इसलिए सवाल यह उठने लगा है कि क्या बस्तर में मोदी सरकार के कार्यकाल में अपनी पूरानी ट्रेनों को भी बस्तर तक लाने के लिए आंदोलन करना पड़ेगा। ज्ञात हो कि रेल के मामले पर भाजपाई कांग्रेस पर शोषण का आरोप लगाते रहे है लेकिन मोदी सरकार जिस तरह से बस्तर में रेल सुविधाओं का शोषण कर रही है यह बस्तरवासियों के बीच भी चर्चा का विषय बनता जा रहा है जब कोरेाना काल के बाद पूरे देश में ट्रेन शुरू हो गयी है जगदलपुर से चलने वाली हीराखंड एक्सप्रेस कोरापुट से विगत चार महीनों से चल रही है इस ट्रेन का संचालन बस्तर से क्यो नही किया गया। राजनीतिक जानकारों का भी मानना है कि पत्र व्यवहार का समय खत्म हो गया है अब आंदोलन का समय है क्योकि पानी सिर के ऊपर से बहने लगा है।