उत्तरप्रदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 2024 में जीताने के लिए योगी सरकार के लिए वोट मांगा
बंगाल में गृहमंत्री अमित शाह ने दो सौ सीटों का लक्ष्य रखा था लेकिन आधे तक नही पहुंच पाये, इस बार उत्तरप्रदेश में उन्होंने तीन सौ सीट जीतने का लख्य रखा है जितनी सीट जीतेगें यह तो विधानसभा चुनाव के परिणाम के बाद ही पता लगेगा। अगर उत्तरप्रदेश में भाजपा सरकार बनाने में कामयाब हो गयी तो गुजरात, असम के बाद उत्तरप्रदेश तीसरा राज्य होगा जहंा पर भाजपा अपने दम पर मोदी सरकार में सत्ता बनाने में कामयाब होगा, उठापटक से गोवा व हरियाणा में जरूर सत्ता पुन: प्राप्त करने में सफल रही। वही दूसरी तरफ अपने पहले चुनावी संबोधन में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि अगर केंद्र में 22024 को मोदी सरकार बनाना है तो उत्तरप्रदेश में 2022 में योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री बनाना ही होगा। राजनीतिक पंडितों का कहना है कि गृहमंत्री अमित शाह का बयान स्पष्ट करता है कि वह योगी आदित्यनाथ को किसी भी हालत में प्रधानमंत्री के दावेदारों के रूप में उत्तरप्रदेश चुनाव जीतने के बाद भी नही देखते है, जिस तरह से विगत दिनों भाजपा आलाकमान और योगी सरकार के बीच तानातनी हुई था, उससे बाद भी योगी आदित्यनाथ को सीएम की कुर्सी से हटाने में सफल नही हो सके, जिससे आलाकमान की भी फाजीहत हुई। वही दूसरी तरफ 75 के बाद भाजपा में नेताओं को मार्गदर्शक मंडल में भी डाल दिया जाता है, लेकिन शायद यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर लागू नही होता है, इसलिए गृहमंत्री अमित शाह एक बार फिर नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के नाम पर उत्तरप्रदेश की जनता से वोट मांग रहे है। अगले लोकसभा चुनाव तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उम्र 74 के करीब हो जायेगें।
अमित शाह ने योगी को पीएम की दौड़ से किया बाहर
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री के पद पर मोदी जी है तो उत्तरप्रदेश की जरूरतों को पूरा करते है, अगर मोदी जी को 2024 में तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाना है तो उसकी नींव 2022 की विधानसभा चुनावों से पड़ेगी। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि अमित शाह को उत्तरप्रदेश में दिया गया भाषण योगी आदित्यनाथ के कार्यो की तारीफ करने की जगह मोदी सरकार की तारीफ करने वाला ज्यादा होना स्पष्ट करता है कि भाजपा के अंदर खींचतान जारी है, इसलिए अमित शाह ने योगी अदित्यनाथ को मुख्यमंत्री बनाने की जगह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तीसरी बार जीतने के लिए योगी आदित्यनाथ को वोट देने की बात कही। अमित शाह का भाषण स्पष्ट संकेत है कि भाजपा के आला नेताओं की नाराजगी खत्म नही हुई है, ऐसे हालातों मेंं कैसे तीन सौ प्लस का लक्ष्य पूरा होगा। लखीमपुर खीरी की घटना के जिम्मेदार आशीष मिश्रा के पिता अजय मिश्रा जिसकों हटाने की मांग किसान कर रहे है वह गृहमंत्री अमित शाह के साथ चुनावी सभाओं में मंच साझा करना बताता है कि उत्तरप्रदेश में भाजपा आलाकमान ने योगी आदित्यानाथ को निटपाने की रणनीती पर काम कर रही है, किसान आंदोलन के चलते पहले ही योगी सरकार परेशान है और इसके बाद गृहमंत्री अमित शाह अजय मिश्रा को लेकर सभाएं कर रहे हेै उससे किसानों के नाराजगी और भी बढ़ेगी। पहले ही भाजपा के सांसद वरूण गांधी लखीमपुर मामले पर आक्रामक नजर आ रहे है। जिसके चलते ही अखिलेश यादव ने कह रहे है कि भाजपा के अंदर मतभेद ही नही बल्कि मठभेद भी है, हालत यह है कि प्रदेश में भाजपा सरकार के दोनों इंजन टकराए जा रहे है।