May 1, 2025

आरएसएस के चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी निशाने पर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील के बाद भी आरएसएस ने नही लगाई तिरंगा की डीपी

मोदी सरकार, विपक्ष को घेरने के उद्देश्य से आजादी के अमृत महोत्सव पर हर घर तिरंगा अभियान शुरू किया, लेकिन इस अभियान में आरएसएस का पर्याप्त सहयोग नही मिलने की वजह से अब मोदी सरकार की घिरती दिखाई दे रही है, क्योकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील के बाद भी आरएसएस ने अपने डिस्प्ले पिक्चर में तिरंगा नही लगाया है, जबकि कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों के नेताओं ने अपने डिस्प्ले में तिरंगा लगाने का मजबूर होना पड़ा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमृत महोत्सव के मौके पर देशवासियों से सोशल मीडिया की डीपी में तिरंगा लगाने की अपील करने के साथ ही उन्होंने अपनी डीपी में तिरंगा भी लगाया, लेकिन आरएसएस और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने अपने डीपी में तिरंगा नही लगाने से मोदी सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है। क्योकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील को मोदी सरकार बनाने व में अहम भूमिका निभाने वाले संगठन भी गंभीरता से नही ले रहा है, ऐसे में विपक्षी दल कैसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बातों को कैसे गंभीरता से लेगें? कांग्रेसी नेता राहुल गांधी ने कहा कि इतिहास गवाह है कि हर घर तिरंगा मुहिम चलाने वाले उस देशद्रोही संगठन से निकले है जिन्होंने 52 सालों तक तिरंगा नही फहराया, आजादी की लड़ाई से ये कांग्रेस पार्टी को तब भी नही रोक पाए और आज भी नही रोक पाएंगें, जबकि कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने आरएसएस के ट्विटर अकांउट का स्क्रीन शांट शेयर किया वही रोहन गुप्ता ने पूछा कहां है तिरंगा। सांसद असदद्दीन ओवैसी ने लिखा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि आरएसएस उनका फाउंडेशन है और देश के लिए जीने की पे्ररणा है, वे हमसे कह रहे है कि अपना डीपी तिरंगा बनाएं और रैलियांं निकालें, लेकिन आरएसएस ने आजाद भारत का विरोध किया था, आरएसएस के मुखपत्र ऑर्गनाइजर ने इस विचार का प्रदर्शित करते हुए मांग की थी कि भगवा झंडा राष्ट्रीय ध्वज होना चाहिए। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोशल मीडिया में डीपी में तिरंगा लगाने की अपील पर आरएसएस द्वारा अमल नही करने से हर घर तिरंगा अभियान पर भी उसका असर पडऩा तय है, क्योकि यह सवाल विपक्ष दलों का ही नही आम जनता के मन में भी उठने लगा है कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बातों को उनके समर्थन करने वाले आरएसएस नही मान रहे है तो वह क्यों मानने को मजबूर है।
आरएसएस के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने कहा कि आजादी की आजादी के अमृत महोत्सव के बारे में कोई रातनीति नही होनी चाहिए, लेकिन यह नही बताया कि किन कारणों के चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोशल मीडिया में डीपी बदलने की अपील का आरएसएस ने पालन नही किया, क्योकि आरएसएस पर पहले ही यह आरोप है कि आजादी के 52 सालों तक तिरंगा झंडा नही फहराया गया, अब मोदी सरकार होने के बाद भी तिरंगा को लेकर निशाने पर है।

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