चुनावों में मिल रही सफलता के चलते भाजपाईयों को महंगाई दिखाई नही दे रही
लोकसभा और विधानसभा चुनावों में भाजपा को जनता का मिल रहा भारी समर्थन के चलते ही भाजपा सांसद जयंत सिन्हा को यह कहने का साहस हुआ कि विपक्ष को महंगाई ढूंढने से भी नही मिल रही है, क्योकि महंगाई है ही नही। वही दूसरी तरफ भारतीय रिजर्व बैक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने महंगाई को लेकर चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि ग्लोबल स्तर पर महंगाई के चलते भारतीय अर्थव्यवस्था पर भी महंगाई का असर पड़ रहा है। सवाल यह है क्या भाजपा सांसद जयंत सिंन्हा भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर से यह पूछने का साहस करेगें कि उन्हें महंगाई कहां दिखाई दे गई, क्योकि भाजपा के किसी भी नेता को यह आठ सालों से दिखाई ही नही दे रही है।
रेपो रेट बढऩे के साथ ही जनता की मुश्किलें बढ़ेगी,
केंद्र में मोदी सरकार आने के बाद सुनियोजित तरीके से हिन्दुत्व व राष्ट्रवाद के मुद्दों में महंगाई के मुद्दे को दफन कर दिया गया जिसकी वजह से महंगाई अपने चरम पर होने के बाद भी देश में होने वाले विधानसभा व लोकसभा चुनाव में भाजपा को मिल रही शानदार जीत के चलते भाजपा सांसदों के हौसले लगातार बढ़ते जा रहे है। सांसद में महंगाई पर हुई बहस पर भाजपा नेता जयंत सिन्हा ने यह कह करके देश की जनता को आश्चर्यचकित कर दिया कि विपक्ष को महंगाई ढूृंढने से भी नही मिल रही है, क्योकि महंगाई है ही नही। भाजपा सांसदों का जरूर महंगाई नजर नही आ रही है लेकिन भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने देश में बढ़ती महंगाई पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि ग्लोबल स्तर पर महंगाई चिंता का विषय है, जिसका भारतीय अर्थव्यवस्था पर भी महंगाई का असर पड़ रहा है, उन्होंने जरूर कहा कि करेंट अकांउट डेफिसिट को लेकर चिंता करने की कोई बात नही है साथ ही उन्होंने रेपो रेट में बढ़ोत्तरी करने का भी ऐलान किया। जानकारों का मानना है कि रेपो रेट बढऩे से ईएमआई भी बढ़ जायेगी? जिससे आम जनता की मुश्किलें और बढ़ जायेगी, लेकिन आम जनता की मुश्किलें भाजपाई को नजर आयेगी इसकी उम्मीद कम ही है क्योकि मोदी सरकार ने देश की जनता के आंखों में हिन्दुत्व और राष्ट्रवाद का चश्मा पहना दिया है जिसके चलते उन्हें भी चुनाव के वक्त इन मुद्दे को आगे महंगाई नजर नही आती है।