May 1, 2025

राष्ट्रहित के चलते ही प्रधानमंत्री पत्रकारों के सवालों नही लेते है!

विदेश दौरों में पत्रकारों को ले जाने की कांग्रेस परंपरा को मोदी सरकार ने किया खत्म

भाजपा नेताओं का दावा है कि मोदी सरकार आने के बाद दुनिया मेें भारत का सम्मान बढ़ा है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के यूरोप दौरे के दौरान मीडिया के सवाल ना लेने और भारत के मानवाधिकार रिकॉर्ड को लेकर हो रही आलोचनाओं का भी सामना करना पड़ रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश का विकास पूरी ईमानदारी से कर रहे है तो आखिर पत्रकारों के सवालों से क्यों बचने की कोशिश करते है? क्या भारत के विश्व गुरू बनाने में पत्रकारों का सवालों का जवाब देना बाधा खड़ी कर सकता है, इसलिए वह पत्रकारों के सवालों से देश में भी, और विदेश में बच रहे है ताकि भारत को विश्व गुरू बनने में किसी तरह की समस्या ना आये।
मोदी सरकार आने के बाद देश को विकास को एक नयी गति मिलने का दावा भाजपाई करते है लेकिन विश्वस्तर पर भारत की पत्रकारिता में गिरावट दर्ज की जा रही है। रिपोर्टर्स सैन्स फ्रंटियर्स ने प्रेस आजादी के मामले में 180 देशों में भारत को 150 वें स्थान दिया है, जबकि पिछले साल भारत का स्थान 142 था। भारतवासियों के संतोष की बात यह हे कि इस सूची में पाकिस्तान का नंबर 157 है,वही रूस को 155 वें स्थान पर रखा है।

रूस और पाकिस्तान की पत्रकारिता भारत से भी पीछे है

देश में भाजपाई दावा करते है कि जो 70 सालों में नही हुआ है वह मोदी सरकार में हो रहा है। इस बात से देशवासियों के साथ ही दुनिया के अन्य देश भी महसूस करने लगे है। क्योकि मोदी सरकार आने के बाद विदेशी दौरों के दौरान विमान में पत्रकारों को जाने की कांग्रेसी परंपरा को बंद कर दिया गया है। इसके साथ ही 2015 में पीएम मोदी ने ब्रिटेन दौरे के बाद से विदेशी दौरों पर पत्रकारोंं के सवाल भी नही लिए जा रहे है, क्योकि इस पत्रवार्ता में पीएम मोदी से भारत में बढ़्ती कथित असहिष्णुता को लेकर सवाल किया गया था। विगत दिनों ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन ने गुजरात में जेसीबी में खड़े होकर फोटो तो खीचाई लेकिन इस दौरे के दौरान भी उन्होंने अकेले ही प्रेस कॉन्फ्रेस करनी पड़ी, इसके पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी अकेले प्रेस कॉन्फ्रेस ले चुके है। क्या पत्रकारों के सवालों का जवाब देने से भारत विश्व गुरू बनने में समस्या आ सकती है जिसके चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पत्रवार्ता नही कर रहे है? क्योकि जब मोदी सरकार पूरी ईमानदारी के साथ सबका साथ सबका विकास के नारे के साथ काम कर रही है तो फिर पत्रकारों के सवालों का जवाब देने से किनारा करने का कोई ना कोई राज होगा, क्योकि मोदी सरकार का सभी काम देशहित से जूडा होता है। पत्रकारों के सवालों का जवाब नही देना का मुदृदा भी देश हित से जुड़ा होने के कारण इससे किनारा किया जा रहा है।

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