मोदी सरकार में रेलमंत्री सिर्फ देखावे मात्र के है
रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने ट्रेनों से स्पेशल का टैग हटाने के लिए दो तीन महीने लगने की बात कही थी, लेकिन उसी हफ्ते ही रेलवे बोर्ड ने स्पेशल का टैग हटाया
नोटबंदी के बारे में जिस तरह से देश के वित्तमंत्री को कोई जानकारी मोदी सरकार में नही थी उसी तरह ही स्पेशल ट्रेनों के टैंग को हटाने की कोई भी जानकारी रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव को नही थी अन्यथा अपनी फजीहत करने के लिए झारसागुडा प्रवास के दौरान यह नही कहते कि आगामी दो तीन महीने में स्पेशल ट्रेन का टैग हटा कर जनता को राहत दी जायेगी। रेल बोर्ड ने रेल मंत्री के बयान के एक हफ्ते के अंदर ही रेलवे बोर्ड ने जोनल रेलवे को पत्र लिखकर कहा है कि ट्रेनें अब अपने नियमित नंबर के साथ संचालित की जाएंगी और किराया भी महामारी से पहले के होगा। यह मामला स्पष्ट करता है कि मोदी सरकार में मंत्री सिर्फ मौज मस्ती के लिए ही रखे गये है, उन्हें अपने विभाग के बारे में ही कोई जानकारी नही रहती है।
रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव सोमवार को झारसागुड़ा दौरे पर कहा था कि 70 से 80 प्रतिशत ट्रेनें सामान्य रूप से चलने लगी है, रेल विभाग स्थिति पर नजर बनाए हुए हे। कोरोना के कारण ट्रेनों में जो स्पेशल टैग लगाया गए थे उसे भी हटाने की दिशा में विचार किया जा रहा है, ताकि रेल यात्रियों को ट्रेनों के किराये में छूट मिल सके। उन्होंने कहा कि स्पेशल टैग हटाने में दो से तीन महीने का और इंतजार जनता को करना पड़ेगा। रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव के स्पेशल टैग हटाने के बयान सप्ताह के शुरूआती दिनों में दिया था और सप्ताह खत्म होने से पहले ही रेलवे ने एक आदेश जारी करके मेल एवं एक्सप्रेस ट्रेनों के लिए विशेष का टैग हटा दिया और तत्काल प्रभाव से महामारी से पहले का किराया बहाल कर दिया। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के बयान और रेलवे बोर्ड के फैसले ने एक बार फिर स्पष्ट कर दिया कि मोदी सरकार में मंत्रियों के पास कोई भी जानकारी नही रहती है, हर बड़ा फैसला आलाकमान अपने हिसाब से करता है, मंत्री सिर्फ धूमने फिरने के लिए ही बनाये जाते है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव को अगर ट्रेनों से स्पेशल टैग हटाने की कोई भी जानकारी होती तो निश्चित ही वह यह नही कहते कि स्पेशल ट्रेन का टैग हटाने में दो से तीन महीने लग जायेगें। जबकि रेलवे ने रेलमंत्री के बयान के कुछ ही दिनों बाद ट्रैनों से स्पेशल का टैंग हटाने का निर्देश जारी करके रेलमंत्री की सार्वजनिक किरकिरी करा दी।