नीरव मोदी, विजय माल्या की तरह मनीष सिसोदिया भी ना भाग जाये विदेश इसलिए छापेमारी के कुछ घंटो के बाद निकाल लुक आउट नोटिस
विजय माल्या, नीरव मोदी, मेहुल चोकसी सहित 31 कारोबारियों को खिलाफ मोदी सरकार समय रहते लुक आउट सर्कुलर नोटिस जारी नही कर पाने के कारण देश छोड़कर भागने में सफल हो गये, जिसका मोदी सरकार को अभी तक पक्षतावा है, वह उन्हें वापस लाने की हर संभव कोशिश कर रही है। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी दिल्ली की आबकारी नीति में जो गोलमाल किया है उसके चलते देश की मोटी रकम लेकर विदेश भाग ना सके, इसके लिए मोदी सरकार ने समय रहते लुक आउट नोटिस जारी कर दिया है ताकि देश की जनता को यह संदेश देने का प्रयास किया है कि मोदी सरकार भ्रष्टाचार को लेकर में अपनी पूर्व की गलतियों में सुधार किया है ताकि कोई भी उद्योगपति व नेता देश छोड़कर भाग ना सकें।
सीबीआई की सक्रियता संदेश दे रही है दिल्ली आबकारी नीति में बडा गोलमाला हुआ है
दिल्ली की आबकारी नीति के खिलाफ सीबीआई जांच कर रही है, इसी तारतम्य में सीबीआई द्वारा उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के यहां छापेमारी की कार्यवाही की गई, संभवत: इस छापेमारी में सीबीआई को ऐसे सबूत मिले होगें कि विजय माल्या, नीरव मोदी, मेहुल चोकसी की तरह ही देश छोड़कर सकते है, इसलिए छापेमारी के 14 घंटे बाद ही लुक आउट नोटिस जारी करके देश की जनता को यह संदेश देने का प्रयास किया कि दिल्ली आबकारी नीति में बड़ा गोलमाल हुआ है, इस मामले में उपमुख्यमंत्री सहित 15 लोगों को आरोपी बनाया गया है। विपक्ष जिस तरह से मोदी सरकार की कार्यवाही पर सवाल उठाता रहा है उसी तरह ही उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी सीबीआई द्वारा जारी किये गये लुक आउट नोटिस को पीएम मोदी की नौंटकी करार देेते हुए कहा कि आपकी सारी रेड फेल हो गयी, कुछ नही मिला। एक पैसे की हेरा फेरी नही मिली। अब आपने लुक आउट नोटिस जारी किया है कि मनीष सिसोदिया नही मिल रहा। इसके साथ ही पीएम मोदी का एक पुराना वीडियों भी शेयर किया जिमसें वह कह रहे है कि सीबीआई का राजनीतिकरण के लिए उपयोग होता है। के साथ लिखा कि सीबीआई छापों के बारे में मोदी जी के इस बयान को जरूर सुने। अगर नही सुना तो आप एक बहुत बड़े सच को जानने से वंचित रह जाएंगें।
जानकारों का मानना है कि विपक्ष जरूर मोदी सरकार की इस कार्यवाही को बदले की भावना की तौर पर देख रहा है लेकिन मोदी सरकार ने देश की जनता को यह संदेश देने का प्रयास किया है कि देश के गद्दारों को अब किसी भी हालत में विदेश भागने नही दिया जायेगा, चाहे वह दिल्ली का उपमुख्यमंत्री ही क्यों ना हो, जिन पर आबकारी नीति पर गोलमाल करने का आरोप के तहत सीबीआई ने छापेमारी के कुछ ही घंटो के बाद लुक आउट नोटिस जारी करके बता दिया कि यह देश का सबसे बड़ा घोटाला भी हो सकता है क्योकि ऐसी सक्रियता सीबीआई ने इसके पूर्व किसी उपमुख्यमंत्री को लेकर नही दिखाई होगी।