यूपी और गोवा में भाजपा संगठन की सुरक्षा को सेंधमारी करके दूसरे पार्टी में शामिल हो रहे है नेता
पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में हुई चूक को लेकर भाजपाई जमकर राजनीति कर रहे है। देश की जनता को फ्लाईओवर में 20 मिनट जाम में फंसने के दौरान पीएम के साथ क्या क्या घटित हो सकता है इसका काल्पनिक अनुमान देश की जनता को बताने के साथ ही दोषियों को बगैर किसी जांच के सजा भी देते नजर आ रहे है जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने भी सवाल उठाने से साथ ही इस मामले पर गृहमंत्रालय और पंजाब सरकार की जांच को बंद कर कोर्ट ने जांच दल का गठन किया है। वही दूसरी तरफ यूपी और गोवा भाजपा संगठन के सुरक्षा कवच को तोड़ कर भाजपा विधायक व मंत्री पार्टी छोड़कर दूसरी पार्टी में शामिल हो रहे है, लेकिन भाजपा नेता इसे सुरक्षा की चूक के तौर पर नही देख रही है। इसे वह एक सामान्य घटना ही मान रही है, जबकि भाजपा नेताओं के पार्टी छोडऩे से आम जनता में यही संदेश जा रहा है कि भाजपा एक डूबता हुआ जहाज है, जिसके चलते समझदार नेता पार्टी छोड़ रहे है।
भाजपा पीएम की पंजाब में हुई सुरक्षा चूक पर राजनीति करने का कोई भी मौका नही गवां रही है, वही दूसरी तरफ यूपी और गोवा में भाजपा संगठन के सुरक्षा घेरा में सेंधमारी करते हुए विधायक और मंत्री पार्टी छोड़ कर दूसरी पार्टी में शामिल हो रहे है, जिसे सुरक्षा की चूक के तौर पर देखते हुए जिम्मेदार नेताओं पर कार्यवाही करनी चाहिए । यह मामला भाजपा से जूडा है इसलिए इसे सामान्य पलायन के तौर पर देख रहे है। ऐसे में सवाल उठता है कि पीएम नरेंद्र मोदी पूर्व में भी जाम में कई बार फंस चुके है, इलाहाबाद में लडकियों के चलते जाम में फंस गये थे लेकिन कभी भी भाजपाईयों ने इसे सुरक्षा में चूक की तरह उस पर राजनीति नही की। इस बार ऐसा क्या घटित हो गया कि जिस भाजपा पीएम की सुरक्षा में चूक को एक गंभीर मुदृदा बनाने में तुली हुई है। जबकि पीएम की सुुरक्षा की जिम्मेदारी एसपीजी के कंधो पर होती है, जो केंद्रीय गृहमंत्रालय के अतर्गत आती है। राज्य सरकार सिर्फ उसमें सहयोग प्रदान करती है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि डबल इंजन सरकार के द्वारा यूपी और गोवा में पार्टी के द्वारा तैयार किये गये सुरक्षा कवच को तोड़ कर दूसरे पाटी्र्र मेंं शामिल हो रहे है, इसके लिए भाजपाई किसी को भी जिम्मेदार नही मान रहे है, जबकि इस पलायन से देश व राज्य की जनता में यह संदेश जा रहा है कि मजबूत भाजपा आलाकमान खोखला हो गया है, क्या इसी खोखलीपन को कवर करने के लिए पीएम की सुरक्षा चूक को राजनीतिक मुद्दा भाजपा बना रही है? पार्टी के अंदर ही बगावत के स्वर बुलंद हो रहे है जो जनता क्यो नही भाजपा से दूरी बनायेगी? जिससे पार्टी का नुक्सान होगा, लेकिन भाजपा पीएम की सुरक्षा की चूक की चिंता है पार्टी संगठन की चूक की नही।