April 30, 2025

एक साल में पहला विकल्प अंतिम बन गया?

लगभग तीन लाख कोरोना संक्रमण मामले आने वाले दिन प्रधानमंत्री ने राष्ट्र को संबोधित किया
बंगाल चुनाव की जगह कोरोना पर ध्यान केंद्रित कीजिए प्रधानमंत्री

देश के कोरोना संक्रमण का आंकड़ा तीन लाख के करीब पहुंचने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की जनता को संबोधित करते हुए कहा कि लॉकडाउन अंतिम विकल्प होना चाहिए, ज्ञात हो कि पहली लहर को दौरान लॉकडाउन पहला विकल्प के तौर पर अपनाया गया था जिसे एक उपलब्धि के तौर पर आज भी पेश किया जाता है जबकि इस लॉकडाउन से स्वतंत्रता के बाद देश में पहली बार लोगों ने पलायन संख्या में पलायन को मजबूर हुए। कोरोना की दूसरी लहर ने जिस तरह से तबाही मचाई है उसे रोकने के लिए महाराष्ट्र, दिल्ली और छत्तीसगढ़ में लॉकडाउन लगाया जा चुका है वही झारखंड में 22 अप्रैल से लॉकडाउन लगाया जायेगा, देश के अन्य राज्यों में भी नाईट कफ्र्यू लगाया गया है। उत्तरप्रदेश में हाईकोर्ट ने बढ़ते कोरोना संक्र्रमण को देखते हुए पांच शहरों में लॉकडाउन की घोषणा की थी जिसे सुप्रीम कोर्ट ने जरूर रद्द कर दिया है, लेकिन हालात बेकाबू है। देश में स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से चरमरा गयी है, जिसके चलते अफरा तफरी की स्थिति बनी हुई है। इसके बाद भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बंगाल चुनाव प्रचार को रद्द करने की जगह सिर्फ तारीख ही बढ़ा रहे है और दूसरी तरफ लॉकडाउन को अंतिम विकल्प बता रहे है।
कोरोना संक्रमण के दौरान चुनावों की जगह सरकारें स्वास्थ्य सेवाओं पर ध्यान देती तो निश्चित ही इतने गंभीर हालात नही होते। कोरोना की मौजूदगी में ही विधानसभा चुनावों को प्राथमिकता प्रदान करना साबित करता है कि सरकारों ने कोरेाना को गंभीरता से नही लिया छत्तीसगढ़ में रोड़ सेफ्टी क्रिकेट मैच का आयोजन किया गया जिसके बाद से छत्तीसगढ़ में तेजी से कोरोना संक्रमण फैला। कोरोना की दूसरी लहर के दस्तक के बीच पश्चिम बंगाल का चुनाव चुनाव आयोग के द्वारा आठ चरणों पर कराये जाने पर भाजपा के छोड़ कर सभी ने सवाल खड़े किये थे, आज आठ चरणों का चुनाव देश की जनता को लिए भारी पड़ रहा है, क्योकि देश में कोरोना संक्रमण के मामले तीन लाख के करीब पहुंच गये है, लेकिन इसके बाद भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पश्चिम बंगाल की अपनी सभाओं की तारीख ही आगे बढ़ा रहे है अपनी सभाओं को रद्द करके यह संदेश देने का प्रयास नही कर रहे कि कोरोना की जंग जीतना ज्यादा जरूरी है सत्ता से। राजनीतिक जानकारों की माने तो प्रधानमंत्री के चुनावी दौरा रद्द करने से दूसरे राजनीतिक पार्टियों पर भी चुनावी दौरा रद्द करने का दवाब बनता। राष्ट्र के नाम संदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि फार्मा सेक्टर ने दवाईयों का उत्पादन बढ़ा दिया है, वही ऑक्सीजन प्रॉउक्शन और सप्लाई भी तेज की जा रही है, लेकिन वर्तमान में लोगों को ऑक्सीजन नही मिल रही है और ना दवा। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने लॉकडाउन को अंतिम विकल्प जरूर बताया लेकिन तब तक देश के कई राज्यों ने कोरोना संक्रमण रोकने के लिए लॉकडाउन लगा चुकी है या फिर लगाने की घोषणा कर दी है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि देश में तीन लाख के करीब कोरोना संक्रमित मरीज मिल रहे है ऐसे विसम हालातों मे प्रधानमंत्री लॉकडाउन की जगह स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने की बात कह रहे है जब स्वास्थ्य सेवाओं का सिस्टम पूरी तरह से दम तोड़ चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बंगाल जगह कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए हर संभव प्रयास करने चाहिए क्योकि हालत नियंत्रण से बाहर होते जा रहे है, लोगों को शवों के अंतिम संस्कार के लिए भी लाईन लगानी पड़ रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में ठेके पर शवों का अंतिम संस्कार हो रहा है

8 चरणों का बंगाल चुनाव, कोरोना संक्रमण को देगा विस्तार

देश में कोरोना संक्रमण के सारे संसाधन मौजूद है

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