स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने मौतों को नये सिरे से ऑडिट करने के निर्देश दिये, ताकि ऑक्सीजन की कमी से हुई मौत स्पष्ट हो सके
संसद में स्वास्थ्य राज्यमंत्री भारती प्रवीण पवार का दिया गया यह बयान की कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी से देश में कोई भी मौत नही हुई है। इसके बाद से राजनीति पारा गर्माने लगा है। छत्तीसगढ़ सरकार के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने राज्य में हुई मौतों के नये सिरे से आडिट करने के निर्देश दिये है, ताकि वास्तविकता देश के सामने आ सके। छत्तीसगढ़ में कोरोना से 13506 लोगों की मौत हुई है, इसमें कितनों की ऑक्सीजन की कमी से मौत हुई है इसका कोई आंकड़ा नही बताया गया है, भाजपाई राज्य सरकार पर ऑक्सीजन की कमी से मौत का आरोप भी लगाते रहे है। देश में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी से अस्पतालो में मौत की खबरेें लगातार आ रही थी जिसके चलते अदालतों ने भी ऑक्सीजन की आपूर्तिै के लिए केंद्र सरकार को निर्देश दिये लेकिन राज्य सरकारों के द्वारा केंद्र सरकार को कोरोना की मौत में दिये गये आंकड़ो में आक्सीजन की कमी से मौत का उल्लेख नही होने के कारण मोदी सरकार ने संसद में यह जानकारी दी कि देश में आक्सीजन की कमी से किसी की भी मौत नही हुई है। भाजपा का कहना है कि स्वास्थ्य का मामला राज्य सरकार से जूडा है। इस विवाद के बीच छत्तीसगढ़ सरकार के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने राज्य में हुई मौतों का फिर से ऑडिट करने का निर्देश देकर मोदी सरकार को घेरने का प्रयास किया है। स्वास्थ्य मंत्री ने केंद्र सरकार से भी इसी तरह के ऑडिट कराने की मांग की है।