ध्रुवीकरण की राजनीति मजबूत करने के लिए ओवैसी लड़ रहे है विधानसभा का चुनाव
बंगाल की जनता ने भाजपा की इस रणनीति की हवा निकाल दी थी
्उत्तरप्रदेश में असदुद्दीन ओवैसी के चुनावी में उतरने के बाद से मुस्लिमों के अंदर भी सवाल गहराने लगा है, कि ओवैसी दूसरा योगी सरकार को बनाने के लिए ही उत्तरप्रदेश के चुनावी समर में उतर रहे है ताकि धु्रवीकरण की राजनीति को बढ़ावा मिले, जिसका फायदा योगी सरकार को मिलेगा यह भी सर्व विदित है। उत्तरप्रदेश के मशहुर शायर मुनव्वर राणा का कहना है कि भाजपा और एआईएमआईएम दोनो ऐसी पार्टियां है जो सिर्फ एक दूसरे को दिखाने के लिए चुनावी मैदान में एक दूसरे के खिलाफ लड़ रही हैं. जबकि दोनों सूबे में वोटों का मजहबी आधार पर धु्रवीकरण करना चाहती है। उन्होंने कहा कि ओवैसी के चुनाव में उतरने से भाजपा को फायदा होगा, मुस्लिम समुदाय में थोड़ी भी अक्ल होगी तो वे ओवैसी को वोट नही देंगे। मशहुर शायर मनुव्वर राणा ने कहा कि अगर योगी सरकार फिर बनती है तो वह उत्तरप्रदेश छोड़ देगें। ओवैसी के उत्तरप्रदेश में चुनाव लडऩे के बाद शायर मनुव्वर राणा का यह बयान साबित करता है कि मुस्लिमानों को भी यह चिंता सताने लगी है कि ओवैसी मुस्लिम वोटों का बटवारा करके योगी सरकार को लाभ पहुंचाने का प्रयास कर रहे है, बिहार के बाद से ओवैसी पर भाजपा के सहयोग करने के आरोप लगने लगे है बंगाल की जनता ने भाजपा की रणनीति का फेल कर दिया था उत्तरप्रदेश की जनता भाजपा की ओवैसी की माध्यम से वोट के ध्रुवीकरण की राजनीति पर फेल करती है या पास यह तो चुनाव परिणाम के बात ही मालूम हो पायेगा।