गोवा में भी असफलता के बाद भाजपा को सफलता मिली, छत्तीसगढ में गोवा का इतिहास तो नही दोहरायेगा?
गोवा की तर्ज पर भाजपा छत्तीसगढ़ में भी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जोगी के विधायकों को भाजपा में शामिल होने की रणनीति को अमित जोगी ने विधायक धर्मजीत सिंह को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाकर भाजपा की रणनीति को फेल कर दिया है? क्योकि छत्तीसगढ़ में जोगी कांग्रेस भाजपा के साथ ही हर मामले पर खड़ी नजर आई, यहां तक की मरवाही विधानसभा चुनाव में भाजपा के लिए वोट तक मांग कर अपने जनाधार को कमजोर किया। अब भाजपा के अलग अपनी पहचान बनाने की कोशिश धरातल में क्या सफल हो पायेगी?
भाजपा के साथ हर मामले पर खड़े हेाने से जोगी कांग्रेस की पहचान खत्म हुई
छत्तीसगढ़ की राजनीति में 18 सितंबर भाजपा के लिए किसी काला अध्याय के रूप में लम्बे समय तक जाना जायेगा। सांसद संतोष पांडे के भाई विजय पांडे भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने से भाजपा के हिन्दुत्व एजेंउा को जबरदस्त झटका लगा। इसके बाद जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जोगी के तीन विधायक ऑपरेशन लोटस के तहत भाजपा में शामिल होने की रणनीति भी लीक हो जाने से जोगी कांग्रेस के प्रमुख अमित जोगी ने धर्मजीत सिंह को पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित करके श्रेत्रीय पार्टी के अस्तित्व को बचाने का प्रयास किया है, लेकिन इसमें वह कितने सफल हेागें यह तो आने वाले वक्त में ही पता चलेगा। अमित जोगी का कहना है कि धर्मजीत सिंह अनुसूचित जाति, जनजाति,गरीब, पिछड़ा वर्ग से संबंधित पार्टी के स्थानीय कार्यकर्ताओं की उपेक्षा कर रहे थे,और एक वर्ग विशेष के लोगों को ही महत्व दे रहे थे, इसके अलावा वह दूसरे पार्टी के नेताओं के समर्थक में लगातार बने हुए थे, लेकिन हर मामले पर जोगी कांग्रेस भाजपा के साथ जब खड़ी थी उस वक्त अमित जोगी ने सवाल क्यों नही उठाया, इस सवाल का जवाब नही मिल सका है ? गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में जोगी कांग्रेस अधिकांश मामले पर भाजपा के साथ ही खड़ी होने से वह अपनी पहचान खोती जा रही थी, वही दूसरी तरफ डॉ रेणु जोगी के गुरूगा्रम के वेदांता अस्पताल में भर्ती के दौरान धर्मजीत सिंह और प्रमोद शर्मा एक भाजपा नेता के साथ केंद्रीय मंत्री अमित शाह से मिलने पहुंचे थे लेकिन अमित शाह नही मिले लेकिन तत्कालीन प्रभारी डी पुरंदेश्वरी से मुलाकात जरूर की थी,जो बताता है कि जोगी कांग्रेस और भाजपा के बीच सांठगांठ चल रही थी, लेकिन अमित जोगी ने इसका विरोध नही किया । गृहमंत्री अमित शाह के रायपुर प्रवास के दौरान धर्मजीत सिंह उनके कार्यक्रम में शामिल होना यह बताता है कि छत्तीसगढ़ में भी ऑपरेशन लोटस धर्मजीत सिंह के माध्यम से चलाया जा रहा था लेकिन अंजाम तक पहुंचने से पूर्व अमित जोगी ने धर्मजीत सिंह को बाहर का रास्ता दिखा कर जोगी कांग्रेस को किसी तरह बचा लिया है लेकिन कब तक बचाने में सफल होगें यह बड़ा सवाल है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि गोवा में भी ऑपरेशन लोटस असफल होने के बाद भाजपा के रणनीतिकारों ने उसे कुछ दिन बाद सफल बना दिया था, छत्तीसगढ में भी जोगी कांग्रेस के साथ वैसा तो नही होगा, इसके लिए कुछ इंतजार करना होगा?