भाजपा के किसी भी नेता ने नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग नही की है अभी तक
भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा के मामले पर मोदी सरकार का राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दोहरा मापदंड आम जनता के बीच चर्चा का विषय बनता जा रहा है, क्योकि मोदी सरकार नूपुर शर्मा के विवादित बयान से बचने के लिए शरारती तत्वों का बयान बताने के साथ ही उन्हें पार्टी से 6 साल के लिए निलंबित कर दिया है, वही दूसरी तरफ भाजपा नेता व सांसद नूपुर शर्मा के बयान का समर्थन करके हिन्दुत्व की राजनीति को मजबूती प्रदान कर रहे है, और मोदी सरकार इस मामले पर मौन साधे हुए है।
पैगंबर मोहम्मद पर भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा की विवादित टिप्पणी पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पल्ला झाड़ते हुए कहा कि जो कहा गया वो पार्टी का रूख नही हैं, पार्टी ने ये कडे अंदाज में स्पष्ट भी कर दिया है। पार्टी के संख्त कार्रवाही की केवल खाड़ी के देश ही नही बल्कि दक्षिण पूर्व के भी जिन देशों ने चिंता जाहिर की थी वो इस बात की सराहना करते है, कि यह भारत के रूख को नही दर्शाता है। लेकिन नूपुर शर्मा पर कार्यवाही के बाद भाजपा के अंदर ही खींचतान फिर क्यों शुरू हो गई इस मामले पर विदेश मंत्री जयशंकर की कोई टिप्पणी नही आई।
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दोनों तरफ से खेलने की कोशिश जारी है
भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा ने नुपूर शर्मा का समर्थन किया
भाजपा नेता व सांसद नूपुर शर्मा का कर रहे है समर्थन, और मोदी सरकार मौन है?
भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा के विवादित टिप्पणी पर कार्यवाही सऊदी अरब के देशों के विरोध के बाद की गई, मोदी सरकार ने जरूर भाजपा प्रवक्त नूपुर शर्मा से पल्ला झाड़ लिया है लेकिन भाजपा के अन्य नेता व संासद पार्टी से निलंबित करने के बाद भी नूपुर शर्मा के समर्थन पर बयान दे रहे है लेकिन मोदी सरकार या भाजपा उन पर किसी भी प्रकार की कार्यवाही ना नही करती दिखाई देना स्पष्ट करता है कि भाजपा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जरूर भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा को पार्टी से निकाल कर यह संदेश देने की कोशिश कर रही है कि उनके बयान से सरकार का कोई लेना देना नही है लेकिन देश में अपने हिन्दुत्व की राजनीति को मजबूती देने के लिए पिछले दरवाजों से भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा, गौतम गंभीर जैसे नेता नूपुर शर्मा का समर्थन करते दिखाई देने के साथ ही अभी तक किसी भी भाजपा नेता ने नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी की आवाज बुलंद नही की है जबकि दिल्ली पुलिस ने भी नूपुर शर्मा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। महाराष्ट्र में नूपुर शर्मा के खिलाफ दर्ज एफआईआर में पुलिस जब नूपुर शर्मा को पकडऩे गये तो दिल्ली पुलिस का पर्याप्त सहयोग नही करने का आरोप भी लगाया, जो स्पष्ट करता है कि मोदी सरकार का नूपुर शर्मा के मामले पर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग अलग रूख है। ठीक योगी सरकार की बुलडोजर नीति की तरह, क्योकि नूपुर शर्मा के गिरफ्तारी के लेकर हुई हिंसा में प्रयागराज के जावेद मोहम्मद के घर में दो दिनों में बुलडोजर चला दिया गया था लेकिन अग्रिपथ योजना में हुई हिंसा में अभी तक योगी सरकार ने किसी की आरेापी के घर में बुलडोजर नही चलाया है।