कोरोना से मरने वालें डेथ सर्टिफिकेट पर भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फोटी लगाने की मांग की जीतन राम मांझी ने
बिहार सरकार में शामिल जीतन राम मांझी ने वैक्सीन सर्टिफिकेट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट पर प्रधानमंत्री की तस्वीर है तो कोरोना से मरने वालों के डेथ सर्टिफिकेट पर भी उनकी तस्वीर होनी चाहिए। सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधने के बाद भी भाजपा नेता इस मामले पर चुप्पी साधे हुए है। तथाकथित कांग्रेस की टूलकिट को लेकर भाजपाई बेहद आक्रामक दिखाई दे रहे है कि कांग्रेस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि को खराब करने का प्रयास किया जा रहा है, सवाल यह है कि जतीन राम मांझी के बयान से क्या प्रधानमंत्री की इमेज खराब नही हो रही है लेकिन इस मामले पर भाजपाई मौन साधे हुए है।
कोरोना से मरने वालों के डेथ सर्टिफिकेट पर कोरोना का उल्लेख किये जाने की मांग की सुनवाई अदालत में चल ही रही है,ताकि भविष्य में कोई योजना बने तो उनकों भी इसका लाभ मिल सके, इस दौरान बिहार सरकार में एनडीए का हिस्सा जीतन राम मंाझी ने वैक्सीन सर्टिफिकेट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर को लेकर सवाल उठाते हुए कहा कि कोरोना से मरने वाले लोगों के डेथ सर्टिफिकेट पर भी उनकी तस्वीर होनी चाहिए। एनडीए का हिस्सा रहे किसी नेता के द्वारो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर किया गया सबसे बड़ा हमला होने के बाद भी बिहार के राजनीतिक समीकरण को देखते हुए भाजपाई इस मामले पर मौन साधे हुए है क्योकि जीतन राम मांझी के चार विधायक है और बिहार में एनडीए के पास 125 विधायक ही है, साथ ही बिहार में एनडीए का एक दलित चेहरा होने के कारण भी भाजपाई, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर होने वाले हमले पर चुप्पी साधे हुए है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि अगर विपक्ष के द्वारा इस तरह की बातें कही गयी होती तो बिहार की राजनीति में उबाल आ गया होता, टूलकिट की तरह। लेकिन सत्ता के लिए भाजपा प्रधानमंत्री पर हो रहे हमले पर भी मौन साधे रहना मजबूरी है क्योकि बिहार के राजनीतिक समीकरण कुछ इस तरह के है कि किसी को नाराज नही किया जा सकता है। मुख्यमंत्री नीतिश कुमार चाह कर भी सीधे प्रधानमंत्री पर हमला नही बोल सकते है लेकिन अपने करीबियों के माध्यम से जरूर भाजपा पर नकेल कस सकते है। कही जीतन राम मांझी का यह बयान उसी का हिस्सा तो नही है? क्योकि जीतन राम मांझी नीतिश कुमार के बहुत करीबी माने जाते है।