May 1, 2025

क्या रामपुर लोकसभा सीट के भाजपा उम्मीदवार मुख्बार अब्बास नकवी होगें?

राज्यसभा की सूची में मुख्तार अब्बास का नाम गायब होने से सवाल गहराया

हिन्दुत्व की राजनीतिक करने वाली मोदी सरकार के एकमात्र मुस्लिम मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी का नाम राज्यसभा के लिए जारी लिस्ट में नही से उनके मंत्री पद पर खतरे के बादल मंडाराने लगे है, ऐसे में सवाल उठता है कि उत्तरप्रदेश की रामपुर लोकसभा सीट जो आजम खान के इस्तीफे के बाद खाली हुई है, क्या भाजपा इस सीट से अपने एकमात्र मुस्लिम मंत्री को प्रत्याशी बनाने की तैयारी कर रही है, क्योकि इस सीट पर उपचुनाव 23 जून हो होने वाले है, गौरतलब है कि नकवी मार्च में ही राज्यसभा से रिटायर्ड हो चुके है। यह घटना स्पष्ट संकेत दे रही है कि सबका साथ सबका विकास का नारा देने वाले मोदी सरकार में मुस्लिम मंत्री के बने रहना कितना चुनौती भरा काम है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि रामपुर लोकसभा सीट से जरूर पूर्व में मंत्री जी सांसद रह चुके है लेकिन उपचुनाव जीतना आसान नही है।

योगी सरकार के नेताओं को क्या 20 प्रतिशत वालों के लिए वोट मांगना पड़ेगा?

उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में योगी सरकार ने 80 फीसदी बनाम 20 प्रतिशत का नारा दिया है, जिसका लाभ भी विधानसभा चुनाव मे मिला, क्या उपचुनाव में योगी सरकार के नेता रामपुर लोकसभा सीट से संभावित उम्मीदवार मुख्तार अब्बास नकवी के लिए वोट मांग पायेगें कि इस चुनाव में देश हित के लिए 20 प्रतिशत वाले को जीता दों। वही दूसरी तरफ 2019 की लोकसभा में भाजपा ने किसी भी मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट नही दिया था, राज्यसभा के माध्यम से जरूर सैयद जफर इस्लाम, और एमजे अकबर को लाया गया था लेकिन वह दोनों रिटायर्ड हो गये है, मुख्तार अब्बास नकवी भी राज्यसभा से मार्च में रिटायर्ड हो गये है लेकिन अल्प संख्यक आयोग के मंत्री होने के कारण वह अभी मोदी सरकार का हिस्सा है, जिन पर अब खतरे के बादल मंडरने लगे है। सवाल यह है क्या मोदी सरकार के एक मात्र मुस्लिम मंत्री नकवी के चलते उनके हिदुत्व की राजनीति पर बुरा असर पड़ रहा है, इसलिए मोदी सरकार ने उन्हें भी किनारे करने का फैसला लिया । सभी की निगाहें अब रामपुर उपचुनाव के भाजपा उम्मीदवार पर टिकी हुई है, कि मोदी सरकार के एकमात्र मुस्लिम मंत्री को क्या मोदी सरकार लोकसभा के रास्ते संसद में लाना चाहती है, जबकि लोकसभा चुनाव में भाजपा ने किसी भी मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट नही दी थी। मोदी सरकार राज्यसभा के रास्ते भेंज कर अपनी सरकार के एकमात्र मुस्लिम मंत्री को सुरक्षित कर सकती थी, ऐसे में रामपुर उपचुनाव का खतरा क्यों मोल लिया। यह कुछ ऐसे सवाल है जिनका जवाब आने वाले दिनों में मिलेगा लेकिन यह तो निश्चित ही कि मोदी सरकार के एकमात्र मुस्लिम मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी की डगर बहुत कठिन हो गयी है।

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