टीएमसी में जाने के लिए भाजपाई दे रहे घरना
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय, भाजपा छोड़ कर टीएमसी में शामिल होने के बाद भी भाजपा की मुश्किलें कम होने का नाम नही ले रही है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह जैसे कद्दावर नेता भी भाजपा छोड़कर टीएमसी में जाने से नही रोक पा रहे है। हालात यह है कि टीएमसी में जाने के लिए भाजपा कार्यकर्ता आंदोलन तक कर रहे है।
केंद्र की सत्ता में काबिज मोदी सरकार कभी इतने बूरे दौर से नही गुजरी की कि भाजपा कार्यकर्ता किसी दूसरी पार्टी में जाने के लिए धरना पद्रर्शन तक करने को मजबूर हो जाये। बंगाल में मोदी सरकार पूरी ताकत के साथ चुनाव लडऩे के बाद भी ममता बेनर्जी से हार जाने के बाद बंगाल भाजपा में भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय के टीएमसी में जाने के बाद से पलायन को नयी गति मिल गयी है। बीरभूमि में भाजपा के 50 कार्यकर्ताओं ने टीएमसी में शामिल होने के लिए धरना तक दिया इसके बाद उन्हें टीएमसी में शामिल किया जाना साबित करता है कि चुनाव पूर्व टीएमसी छोड़ कर भाजपा में गये नेता चुनाव बाद भाजपा छोड़कर टीएमसी में आने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे है। इन भाजपा कार्यकर्ताओं ने ई- रिक्शा में घूम घूमकर भाजपा को एक फ्रॉड पार्टी बताने के साथ ही टीएमसी में वापस होने की बात कही। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की सात सालों में पहली बार अपने कार्यकर्ताओं के बीच पकड़ कमजोर हो रही है जिसकी वजह से बंगाल भाजपा में इस तरह ही भगदड़ मची हुई है,जानते हुए भी इसे रोक पाने में असफल है, ऐसे हालात तो कभी कांग्रेस में भी नही पैसा हुए सत्ता से दूर रहने के बाद भी। भाजपा बंगाल में जीते हुए विधायक को पलायन से रोकने के लिए दलबदल कानून का सहारा लेने का प्रयास कर रही है, इसमें वह कितनी सफल होती है यह तो आने वाले समय में पता लगेगा, लेकिन बंगाल चुनाव के बाद उत्तरप्रदेश व कर्नाटक में भी भाजपाई ही सवाल उठाना शुरू कर दिया है।