मोदी सरकार मेें राजनीति का भी जम कर हुआ विकास
लोकतंत्र में जनता राजा होती है यह पुरानी बात हो गयी है, मोदी सरकार में राजनीति का इतना विकास हो गया है कि राजा तो जीता हुआ विधायक ही होता है, जनता चाहे विधायक से कितनी भी नाराज क्यो ना हो, विधायक को उनके क्षेत्र में घुसने ना दे लेकिन विधायकी पर कोई असर नही पडऩे वाला है।
कृषि बिल के खिलाफ हरियाणा विधानसभा में कांग्रेस पार्टी के द्वारा लाया गया अविश्वास प्रस्ताव किसान के इस चेतावनी के बाद भी गिर गया कि अगर कृषि बिल का विरोध नही किया तो विधायक का बहिष्कार किया जायेगा।
इसके बाद भी भाजपा व जजपा के विधायकों के साथ निर्दलीय विधायकों ने भी किसानों के असंतोष के बाद भी सत्ता के पक्ष में खड़े होकर कही ना कही कृषि बिल का समर्थन ही किया।
मोदी सरकार के दौरान राजनीति का विकास इतनी तेजी से हुआ है कि एक तरफ विपक्षी दल के विधायक बीच मेें इस्तीफा देकर सत्ता गिरा रहे हेै वही हरियाणा में किसानों केे भारी दबाव के बाद भी मोदी सरकार के पक्ष में खड़े विधायक कृषि बिल का विरोध तक नही कर पा रहे है, जो साफ संकेत दे रहा है कि मोदी सरकार में राजनीति का विकास की रफ्तार इतनी तेज है कि जनता की समस्याओं से नेताओं को मुक्ति मिल गयी हैै। हरियाणा की नौगामा खाप के किसान नेता प्रकाश लोहान ने सरकार का समर्थन करने वाले विधायकों को चेतावनी दी है कि नौगामा खाप के 22 गावों में घुसने की कोशिश न करें। जिस तरह से विधायकों को खूले आम खाप के माध्यम से किसान नेता चेतावनी दे रहे हेै इसके बाद भी मोदी सरकार का समर्थन करने वाले विधायक उनके साथ खड़े होना साबित करता है कि विधायकों को जनता से ज्यादा मोदी सरकार की चिंता है, कि वह नाराज ना हो, क्योकि जनता की नाराजगी को चुनाव के दौरान जाति धर्म, पैसा, शराब व सामान से दूर की जा सकती है लेकिन मोदी सरकार नाराज हो गयी तो वह चुनाव लडऩे के लायक ही नही रहेगें या नही?