बंगाल चुनाव दीदी विरूद्ध मोदी के बीच सीधा मुकाबला में तब्दिल होने से भाजपा को हुआ भारी नुक्सान
ममता के विरोधियों ने भी भाजपा की जगह टीएमसी को दिया वोट
पश्चिम बंगाल में ममता बेनर्जी के हाथों मिली मोदी सरकार को पराजय पर भाजपा नेता यह बचाव कर रहे है कि बंगाल में भाजपा तीन सीट से 75 सीट तक पहुंच गयी है, लेकिन सवाल यह है कि मोदी सरकार क्या तीन सीट के आधार पर ही दो सौ पार का नारा दिया था? 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए राज्य की 121 विधानसभा सीटों पर बढ़त बनाने के कारण ही मोदी सरकार के चाणक्यों को बंगाल में भी सत्ता की उम्मीद जागी, जिसकों देखते हुए ही दो सौ पार का नारा दिया था, और अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए बड़ी संख्या में नेताओं को दल बदल भी कराया, भाजपा ने राज्य में लगभग ढेड़ सौ दूसरे दलों के नेताओं को टिकट दिया लेकिन बंगाल की जनता ने इस जयचंद्रो को मौकापरस्त मान कर किनारे कर दिया। बंगाल की जनता ने विधानसभा चुनाव को मोदी सरकार विरूद्ध टीएमसी में तब्दिल कर देने से भाजपा को भारी नुक्सान हुआ। लोकसभा में जो कम्यूनिष्ट का वोट भाजपा को मिला था इस चुनाव में कांग्रेस के साथ ही साथ कम्यूनिष्ट का वोट भी टीएमसी के खाते में चले जाने से भाजपा की पूरी रणनीति फेल हो गयी, वही दलबदल करके भाजपा में शामिल नेता भी पार्टी को किसी भी प्रकार का लाभ नही पहुंच सके। लोकसभा चुनाव में भाजपा को जय श्री राम का नारा काफी फायदा पहुंचाया था, जिसके चलते विधानसभा चुनाव के पूर्व से ही भाजपाई बंगाल मेें जय श्री राम के नारे का उद्घोष करने लगे थे लेकिन धु्रवीकरण की यह राजनीति बंगाल में बिलकुल भी सफल नही हो सकी क्योकि बंगाल की जनता दो भागों में बट गयी, या मोदी के साथ या मोदी के विरोध। जिसके चलते मोदी सरकार के द्वारा अपनी पूरी ताकत झोक देने के बाद भी बंगाल में टक्कर की स्थिति भी पैदा नही कर सकी, या कहे कि वह लोकसभा में अपनी 121 सीटों को भी बचाने में भी सफल नही हो सकी। भाजपा नेता जरूर बंगाल में तीन से 77 सीट को अपनी बड़ी जीत बता रहे है लेकिन बंगाल में सत्ता का सपना लोकसभा में मिली जीत के कारण बूना गया जिसकों ममता बेनर्जी से अपनी रणनीति से चूर चूर कर दिया। ममता बेनर्जी जरूर चुनाव हार गयी लेकिन उनकी पार्टी को पूर्व की तुलना मेें ज्यादा सीट का मिलना साबित करता है कि बंगाल की जनता ने ममता बेनर्जी के पंसद नही करने के बाद भी वोट किया कि भाजपा नही जीत सके। बंगाल की जनता ने चुनाव में बता दिया कि मोदी सरकार को सीधे मुकाबले में ही हराया जा सकता है। यह बात अगर राजनीति दल नही समझेगें तो राज्य की जनता उन्हें समझा देगी जैसे बंगाल में कांग्रेस व कम्यूनिष्ट को वहां की जनता से सबक सीखा दिया।
भगवान राम ही भाजपा को बंगाल में सत्ता दिला सकते है!
बंगाल चुनाव, वॉयर लू का युद्ध ना साबित हो जाये मोदी सरकार के लिए