भारतीय टीम कांग्रेस के 70 सालों में जो नही कर सकी वह काम मोदी सरकार में कर रही है
देश में इन दिनों मोदी है कि मुमकिन है का नारा जोर शोर से लगाया जा रहा है, भारतीय क्रिकेट टीम के लिए भी इस नारे को सही साबित करने में लगी नजर आ रही है। क्रिकेट की जीत व हार से जरूर मोदी सरकार का सीधे तौर पर कोई लेना देना नही है लेकिन अगर एजबेस्टन टेस्ट भारत जीत जाता तो मोदी को चाहने वाले भक्त जरूर किसी ना किसी रूप से इसे मोदी है कि मुमकिन के नारे से जोड़कर मोदी जी की प्रशंसा करने से नही चुकते।
भारतीय क्रिकेट टीम जो काम कांग्रेस सरकार के 70 सालों में नही कर सकी, वह काम मोदी सरकार के 8 सालों में करके कही ना कही मोदी है तो मुमकिन है के नारे को सही साबित किया है। भारतीय टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी टीम ने भारत के खिलाफ 378 रनों का बड़ा टारगेट हासिल किया हो। गौरतलब है कि इंग्लैड को यह असंभव टारगेट आसानी से पार करके 7 विकेट से मैच जीत कर एक नया रिकॉर्ड स्थापित किया, यह रिकॉर्ड अब किसकी सरकार में टूटेगा इसका देश को इंतजार रहेगा। रोहित शर्मा की गैरमौजूदगी में मैच की कमान जसप्रीत बुमराह ने संभाली, पहली पारी में उनकी कप्तानी के साथ ही तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड के एक ओवर में 35 रन कूट कर नया विश्व रिकॉर्ड बनाया जो इसके पूर्व ब्राइन लारा के नाम था, कि हर किसी ने प्रशंसा की। पहली पारी में भारत को 132 रनों की बढ़त मिलने के बाद भी इंग्लैड के बल्लेबाजों ने मैच के चौथे दिन ही शानदार वापसी करके भारतीय खेमें में भूचाल ला दिया, जैसे भाजपा ने महाराष्ट्र की राजनीति में लाया। अंतिम दिन बगैर कोई विकेट खोये एक असंभव सा दिखने वाले लक्ष्य को देश में ताकतवर मोदी सरकार के रहते पार करके कही ना कही मोदी सरकार के चर्चित नारे मोदी है तो मुमकिन है को सही साबित कर दिया है। इसके पूर्व भी मोदी सरकार के रहते ही पाकिस्तान विश्व कप में भारत को पराजित करने में सफल रहा जो कांग्रेस सरकार के दौरान कभी नही हो सका था।