दूसरी लहर में मदद करने वाले सोनू सूद के घर में पड़ा आयकर के छापे,
दिल्ली सरकार से करीबी की भी कीमत चुकानी पड़ी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रहते कोरोना काल में सोनू सूद कैसे लोगों की मदद कर सकते है, कोरोना की तीसरी लहर में भी पूर्व की तरह देशवासियों की मदद करने के लिए सड़क पर निकल पड़े तो प्रधानमंत्री की इमेज को भारी नुक्सान को देखते हुए आयकर विभाग ने सोनू सूद के घर में इक्टम टैक्स की कार्यवाही करके देश की जनता को यह बताने की कोशिश की कि कोरोना काल में जनता की मदद करने वाला व्यक्ति इनकम टैक्स की चोरी करता है। इनकम टैक्स के इस छापेमारी में क्या निकल कर सामने आया है यह अभी तक स्पष्ट नही हो सका है, लेकिन मोदी सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया है कि कोरोना की तीसरी लहर के दौरान देश की जनता की मदद के लिए सामने आने से पहले यह सुनिश्चित कर ले कि उनके घर में आने वाले दिनों में इनकम टैक्स का छापा निश्चित ही पडऩे वाला है, क्योकि मोदी सरकार की इमेज गंगा में तैरती लाशों व नदी किनारे दफनाये गये शवों से ज्यादा कोरोना से परेशान लोगों की मदद करने वालों से होती है।
सामाजिक कार्यो के लिए पंजाब व दिल्ली सरकार से हाथ मिलाना भारी पड़ा सोनू सूद को
भाजपा अपनी सफाई मशीन में विपक्षी दलों के भ्रष्ट नेताओं को ईमानदार बना कर पार्टी में शामिल कर लेती है, ऐसे समय में सोनू सूद भाजपा से हाथ मिलने की जगह दिल्ली व पंजाब सरकार से सामाजिक कार्यो में हाथ मिलाकर मोदी सरकार को बदनाम करने का प्रयास किया, जिसे मोदी सरकार कैसे पचा सकती थी, इसलिए सोनू सूद के खिलाफ आयकर की टीम को लगाकर देश की जनता को स्पष्ट कर दिया कि भाजपा में सिर्फ विपक्षी दलो के भ्रष्ट नेताओं को ही नही अच्छे काम करने वालों को भी शामिल होना पड़ेगा, अन्यथा तैयार रहे आयकर के छापे के। सोनू सूद पर की गयी कार्यवाही के बाद से राजनीति भी गर्माने लगी है कि कोरोना में लोगों की मदद करने वाले व्यक्ति की इमेज को मोदी सरकार खराब करने का प्रयास कर रही है।
पहले भी आईटी ने छापा मारा है सोनू सूद के यहां
अभिनेता सोनू सूद के घर में वर्ष 2012 में भी आई टी विभाग ने 30 करोड़ की संपत्ति की खरीदी करने के मामले पर छापा मारे की कार्यवाही की थी, इस बार आईटी विभाग ने सोनू सूद की कंपनी और लखनऊ के एक रियल एस्टेट फर्म के हुए सौंदे के दौरान टैक्स चोरी की शका पर यह कार्यवाही की गयी है, लेकिन इस बार की कार्यवाही इसलिए राजनीतिक गलियारों व देश के बीच चर्चा का विषय बनी क्योकि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान सोनू सूद लोगों की भरपुर मदद की, जिससे निश्चित ही कही ना कही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इमेज को नुक्सान पहुंचा कि जो काम सरकार का करना चाहिए था वह सोनू सूद कर रहा है।