महिलाओं के लिए नया पार्क बनेगा या महिला पार्क की नेमप्लेट लगा दिया जायेगा?
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 15 अगस्त को राज्य के सभी निगमों व जिला मुख्यालयों में महिलाओं के लिए पार्क निर्माण की घोषणा करने के बाद से ही आम जनता में यह चर्चा का विषय बन गया है कि निगम प्रशासन महिलाओं के लिए पार्क का कहां पर निर्माण करने जा रहा है? क्योकि विकास के नाम पर कई पार्क गायब हो गये है। विवेकानंद स्कूल के पार्क की जमीन पर कब्जा करने को लेकर शिवसेना और आम आदमी पार्टी द्वारा सवाल उठाये जा रहे है, वही मस्जिद के सामने स्थित पार्क पार्किग में तब्दिल हो गया है। अन्य छोटे मोटे पार्क की हालत भी ठीक नही है, ऐसे में महिलाओं के लिए नये पार्क का निर्माण निगम क्षेत्र के किस हिस्से में किया जायेगा। निगम मेंं कांग्रेस की सरकार होने के कारण आम जनता को उम्मीद है कि मुख्यमंत्री की महिलाओं के लिए पार्क बनाने की योजना आगामी कुछ सालों में जरूर पूरी करने का प्रयास किया जायेगा। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि छत्तीसगढ़ निर्माण के बाद विकास के नाम पर भवनों का निर्माण तो किया गया लेकिन पार्को का निर्माण नही किया गया, महिला पार्क के निर्माण की जगह निगम सरकार मुख्यमंत्री की महिलाओं के लिए पार्क बनाने की घोषणा को पूरा करने के लिए लालबाग स्थित पार्क को ही महिलाओं के लिए आरक्षित करके निगम सरकार अपनी पीठ ना थपथपा लें, क्योकि इन दिनों देश के साथ ही बस्तर में नाम बदल कर विकास करने की जो नयी परंपरा विकसित हुई है, उससे पार्क कैसे अछूता रह सकता है।