धाकड़ फिल्म मेें सलमान खान का समर्थन मिलने से कंगना के विचार फिल्म इडस्ट्री को लेकर बदले
कंगना राणावत जिस फिल्म इंडस्ट्री पर नेपोटिज्म का आरोप लगाने के साथ ही देश को 1947 में आजादी भीख में मिली थी, और असली आजादी 2014 को मिलने जैसे विवादित बयान देकर सुर्खियों में आने के साथ ही मुंबई की तुलना पीओके से करने से भी पीछे नही रही, कंगना राणावत की बयानों का भरपूर समर्थन भाजपा ने किया, जिसके चलते वॉय श्रेणी की सुरक्षा भी मोदी सरकार ने उपलब्ध करा दी। लेकिन अपनी नई फिल्म धाकड़ को सफल बनाने के लिए जहां सलमान खान की ईद की पार्टी में शामिल होने से गुरेज नही किया, वही धाकड़ फिल्म के लिए सलमान खान का सपोर्ट मिलने की तारीफ करने से नही थक रही है। कंगना ने एक तरफ विवादित बयान देकर जहां सत्ता के करीब पहुंच गयी, वही दूसरी तरफ अपनी फिल्मी कैरियर को मजबूत करने के लिए वह सलमान खान के ईद की पार्टी में जाकर स्पष्ट कर दिया कि वह देश की जनता को किर तरह गुमराह कर रही थी। राजनीति में नेताओं की तरह वह भी पाला बदलने में जरा भी देरी नही करती है, लेकिन कंगना राणावत ने उनके बहुत पीछे छोड़ दिया है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि अभिनेत्री कंगना राणावत ने जिस तरह से अपनी फिल्म धाकड़ के लिए समझौता किया उसी तरह देश सत्ता में अपनी पकड़ मजबूत बनाने के लिए राजनीतिक दल जनता को गुमराह कर रहे है, जनता अगर अपने हितों से ज्यादा राजनीतिक पार्टियों की चिंता करेगी तो जिस तरह कंगना राणावत की तरह वह भी पाला बदल लेगें ओर जनता सिर्फ तमाशा देखती रहेगी।
अभिनेती कंगना राणावत जिस फिल्म इंडस्ट्री को बदनाम करने के नेपोटिज्म का आरोप लगाया था लेकिन अपनी नई फिल्म घाकड़ को प्रमोट करने के लिए जहां वह सलमान खान की ईद की पाटी में शामिल हुई वही अपनी फिल्म धाकड् के लिए सलमान खान का समर्थन मिलने से वह सलमान खान की तरीफ करते नही थक रही है, जो बताता है कि पाला बदलने में कंगना राणावत किस तरह से नेताओं को भी पीछे छोड़ दिया है। कंगना राणावत ने सलमान खान के बारे में लिखा कि थैंक्यू, मेरे दबंग हीरो, सोने का दिल, मैं दोबारा कभी नही कहुंगी कि इस इंडस्ट्री में मैँ अकेली हूं, पूरे धाकड़ टीम की तरफ से थैक्यू। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि धाकड फिल्म का सलमान खान के द्वारा समर्थन कर देने मात्र से कंगना राणावत के विचार बदल गये , जो बताता है कि कंगना राणावत को अपनी फिल्म धाकड़ की सफलता की कितनी चिंता है। वह अपने दिये गये बयानों से पलटने में देरी नही लगाते है नेताओं की तरह। उल्लेखनीय है कि कंगना राणावत के बयानों का भाजपा नेताओं का भरपुर समर्थन मिला था लेकिन कंगना राणावत के फिल्म इडस्ट्री को लेकर विचार में बदलाव के बारे में गोदी मीडिया से लेकर भाजपा नेताओं ने चुप्पी साध ली है। जिस तरह से कंगना राणावत ने जनता को गुमराह किया है उसी तरह ही राजनीतिक दल भी जनता को राष्ट्रवाद व हिन्दुत्व के माकडज़ाल में फंसा कर मंहगाई, बेरोजगारी जैसे समस्या को दूर करने की कोशिश कर रहे है, लेकिन कंगना राणावत की तरह राजनीतिक दल भी पाला बदल लेगें और जनता कुछ नही कर पायेगी।
कंगना के ईद की पार्टी में शामिल होना राष्ट्रीय खबर नही बनी
कंगना को सलमान का साथ मिला,अमिताभ बच्चन का साथ नही मिला
कंगना राणावत के विवादित बयान भाजपा नेताओं को बहुत पंसद आते थे लेकिन कंगना राणावत की नई फिल्म धाकड़ में जिस तरह सलमान खान का समर्थन मिला, वैसा समर्थन महानायक अमिताभ बच्चन का नही मिला। ज्ञात हो कि अमिताभ बच्चन ने भी धाकड़ फिल्म का टीजर सोशल मीडिया में शेयर किया, लेकिन कुछ ही मिनटों के बाद अपनी पोस्ट डिलीट भी कर दी। जिसकों लेकर सवाल उठ रहे है लेकिन अमिताभ बच्चन की तरफ से कोई भी प्रतिक्रिया नही आयी है, किन कारणों से डिलीट किया। जबकि अमिताभ बच्चन भी मोदी सरकार मेें पेट्रोल व डीजल के बढ़ते दामों पर मनमोहन सरकार की तरह कोई टिप्पणी अभी तक नही की है, जबकि कांग्रेस इस मामले को लेकर अमिताभ बच्चन को घेरने की भी कोशिश की है। जो बताता है कि कंगना राणावत की तरह ही वह भी मोदी सरकार के समर्थन कर रहे है, इसके बाद भी कंगना राणावत की फिल्म का टिजर सोशल मीडिया में जारी करने के बाद अज्ञात कारणों से डिलीट कर दिया।