भाजपा की सुरक्षित लखनऊ कैंट सीट भी हार का खतरा मंडराने लगा है
योगी सरकार हिन्दुत्व की राजनीति करती है, जिसके चलते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी का चुनाव 80 प्रतिशत बनाम 20 प्रतिशत का नारा भी दिया। साथ ही पाकिस्तान, जिन्ना , इस्लामाबाद व गजवा ए हिंद का भी उल्लेख चुनाव में हो रहा है वर्तमान में हिजाब एक राष्ट्रीय समस्या बन कर उभ्रर ही है, जिस पर भी चुनावों में वोटों की फसल काटने की हर संभव कोशिश राजनीतिक दल कर रहे है। धुव्रीकरण की इस राजनीति माहौल में योगी सरकार के कानून मंत्री ब्रजेश पाठक का लखनऊ में दादा मियां दरगाह में जाकर दुआ मांगना राजनीतिक गलियारों के साथ ही आम जनता के बीच भी चर्चा का विषय बना गया है। क्योकि अयोध्या, काशी के बाद मथुरा का भी नारा भी भाजपाई लगा रहे है, और योगी सरकार के कानून मंत्री ब्रजेश पाठक दादा मियां दरगाह में दुआ मांग रहे है।
योगी सरकार में कानून मंत्री ब्रजेश पाठक भाजपा की सुरक्षित सीट लखनऊ कैंट से चुनाव लड़ रहे है, इस सीट से इलाहाबाद की सांसद रीता बहुगुणा जोशी अपने बेटे मयंक जोशी के लिए टिकट मांग रही थी, जिसके लिए वह संासद से भी इस्तीफा देने को तैयार थी। भाजपा आलाकमान ने उनकी मांग को खारिज करते हुए कानून मंत्री ब्रजेश पाठक को मैदान में उतारा। इसके बाद भी ब्रजेश पाठक हिन्दुत्व के एजेंडा को दरकिनार करते हुए लखनऊ की दादा मिंया दरगाह पर जाकर दुआ मांगने पहुंचे । जिससे यह सवाल गहराने लगा है कि भाजपा का ध्रवीकरणा का एजेंडा क्या यूपी में पूरी तरह से फेल हो चुकी है? इसलिए योगी सरकार का कानून मंत्री लखनऊ कैंट सीट से चुनाव जीतने के लिए पार्टी के कोर एजेंडा को दरकिनार करते हुए दादा मिंया दरगाह पहुंच कर दुआ मांगनी पड़ रही है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि ब्रजेश पाठक की यह कोशिश निश्चित ही एक अच्छी पहल है जो यह संदेश देती है कि भाजपा में गंगा जमूनी तहजीब को मानने वाले नेता मौजूद है। चुनाव के वक्त सिर्फ वोटों के लिए दरगाह में जाने से जनता के बीच अपनी बनायी गयी छवि टूट जायेगी इसकी उम्मीद ना के बराबर है। लेकिन इस पूरी घटना इस बात का संकेत दे रही है कि लखनऊ कैंट सीट जो भाजपा की सुरक्षित सीट मानी जाती थी इसी सीट से चुनाव लडऩे के लिए मुलायम सिंह की बहू अपर्णा यादव ने सपा छोड़कर भाजपा में शामिल हुई थी, वहां पर भी भाजपा प्रत्याशी के हारने का खतरा मंडारा रहा है, जिसके चलते योगी सरकार के कानून मंत्री ब्रजेश पाठक को दादा मिंया दरगाह में जाकर दुआ मांगनी पड़ रही है। ऐसे में यूपी की अन्य विधानसभा सीटों में भाजपा की स्थिति क्या होगी इसकी कल्पना की जा सकती है, क्योकि केद्रीय मंत्रियों को भीड़ की कमी के चलते बीच में ही रोड़ शो तक छोडना पड़ रहा है।