May 1, 2025

क्या भारत पाकिस्तान एशिया कप खेलने जायेगी?

आंतकवाद और पलायन के बीच पाकिस्तान के साथ क्रिकेट मोदी सरकार में संभव है

विश्व कप 20 में पाकिस्तान के हाथों भारत को मिली पराजय के बाद देश में बड़े पैमाने पर लोगों को देशद्रोह के मामले दर्ज किये गये है, संभवत: इन सभी मामलों का निराकरण होने से पहले एक बार फिर भारत और पाकिस्तान की टीम क्रिकेट मैदान में आमने सामने हो सकते है। अगले वर्ष होने वाले एशिया कप की मेजबानी पाकिस्तान को करनी है इसलिए मोदी सरकार के कंधो पर अहम जिम्मेदारी है कि कश्मीर में आंतकवादी घटनाओं के बीच क्या भारतीय टीम एशिया कप खेलने पाकिस्तान जायेगी? मोदी सरकार ने अगर भारतीय टीम को पाकिस्तान में खेलने की मंजूरी नही दी तो फिर देश के अंदर ही यह सवाल गहराने लगेगा कि पाकिस्तान में जाकर भारतीय टीम क्रिकेट खेल नही सकती है तो लेकिन दूसरी जगह क्यों पाकिस्तान के साथ खेल रही है? विश्व कप में भी भारत पाकिस्तान के बीच हुए मैच नही खेलने की आवाज भारत में उठी थी, जिसमें मोदी जी के कट्टर समर्थक बाबा रामदेव भी शामिल थी। भारत पाकिस्तान के होने वाले क्रिकेट मैच खेल से ज्यादा जंग में तब्दिल हो जाता है। जबकि मैच के परिणाम से सीमाओं में किसी भी प्रकार का कोई बदलाव नही होता है, और ना ही भविष्य में कभी क्रिकेट मैच के परिणाम से होने वाला है?

क्या विश्व कप की तरह न्यूट्रल देश में होगा एशिया कप

खेल दो देशों को पास लाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है लेकिन भारत और पाकिस्तान के क्रिकेट मैच से लोगों के बीच दूरियां बढ़ जाती है। जिसका नाराज विश्व कप टी 200 में देखने को भी मिला, भारतीय टीम के हार के बाद कई लोगों पर देशद्रोह के अंतर्गत मामले दर्ज किये गये। लोगों को मिले जख्म अभी भरे में नही है कि एशिया कप में 10 महीने बाद फिर से भारत पाकिस्तान मैच की तैयारी शुरू हो गयी है। एशिया कप की मेजाबानी पाकिस्तान के पास है, वर्तमान हालातों को देखते हुए भारतीय टीम पाकिस्तान में एशिया कप खेलने जायेगी इसकी उम्मीद कम ही है। क्या यह प्रतियोगिता विश्व कप टी-20 की तरह ही यह भी किसी दूसरे देश में आयोजित होगी, जहां पर भारत और पाकिस्तान के बीच मुकबला हो सकता है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि भारतीय टीम एशिया कप पाकिस्तान खेलने नही जा सकती है तो फिर पाकिस्तान के साथ क्यों किसी न्यूट्रल देश में खेलने को तैयार हो जाती है। मोदी सरकार को पाकिस्तान क्रिकेट के मामले पर भी पूरी तरह से पारदर्शी रणनीति बनाने की जरूरत है, क्योकि पाबंदिया के बाद पाकिस्तान में दूसरी टीमें दौरा करने लगी है, इसलिए भारतीय टीम पर भी पाकिस्तान दौरे का दबाव रहेगा। भारत मेंं आंतकवादी हमले का हवाला देकर अगर पाकिस्तान का दौरा रद्द होता है तो फिर सवाल गहराने लगेगा कि पाकिस्तान दौरा आंतकवाद के कारण रद्द हो सकता है तो आंतकवाद के नाम पर पाकिस्तान क्रिकेट से मैच क्यो नही रद्द नही हो सकता है। इसके अलावा भारत पाकिस्तान का अगला मुकाबला श्रीलंका की मेजबानी में सितंबर 2022 में होगा, तीसरा मुकाबला नवंबर 2022 में होने वाले टी-20 विश्वकप में ऑस्ट्रेलिया की मेजबानी में भिड़ेगें।

भारत पाकिस्तान मैच में पैसा बरसता है

राजनीतिक जानकारों का कहना है कि दोनों देशों की राजनीति के चलते भारत पाकिस्तान मैच एक जंग में तब्दिल हो जाता है, जिसका फायदा आईसीसी और बीसीसीआई पैसा बनाने के लिए करती है लेकिन मैच के परिणाम से लोगों में दुरियां भी बढ़ती है। जो शायद राजनीतिक दलों को भी पसंद है इसलिए पाकिस्तान भारत क्रिकेट मैच दुनिया के किसी भी हिस्से में आमने सामने ना हो इसके लिए दोनों देशों की सरकारें कोई ठोस रणनीति नही बनाती है। गौरतलब है कि पाकिस्तान की हार पर बलूचिस्तान में भी खूशी मनायी जाती है।

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