May 1, 2025

गोवा में भाजपा को खड़ा करने वाले मनोहर पर्रिकर का उचित सम्मान किया?

यूपी में भाजपा की टिकट के लिए मुलायम परिवार का सदस्य होना काफी, गोवा में मनोहर पर्रिकर के बेटे को भी टिकट नही

गोवा में भाजपा को मजबूत करने वाले भाजपा नेता पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर को पणजी से टिकट नही देने पर गोवा प्रभारी देवेंद्र फडणावीस ने कहा था कि भाजपा में टिकट के लिए किसी भाजपा के किसी बड़े नेता के बेटे होने से नही मिल जाती, इसके लिए पार्टी के लिए काम भी करना पड़ता है। इसी कड़ी में गोवा के मंत्री विश्वजीत राणे का नाम भी शामिल हो गया है उन्होंने भी कहा कि सिर्फ इसलिए कि आप किसी के बेटे है पार्टी आपकों समर्थन नही करेंगी। उनके बेटे को भाजपा के साथ काम करना चाहिए, सीखना चाहिए और आगे बढऩा चाहिए। गोवा प्रभारी देवेंद्र फडणावीस और मंत्री विश्वजीत राणे ने भाजपा में टिकट का यह मापदंड उत्तरप्रदेश भाजपा संगठन को शायद नही बताया होगा कि भाजपा में टिकट पाने के लिए पार्टी में काम करना पड़ता है सिर्फ मुलायम सिंह यादव के रिस्तेदार होने से टिकट नही मिल जाती है, अगर ऐसा होता तो निश्चित ही मुलायम सिंह के समधी हरिओम यादव को सिरसागंज से टिकट नही देती, टिकट की दौड़ में मुलायम सिंह की बहू अपर्णा यादव भी शामिल है, इसके अलावा बसपा से आये रामवीर उपाध्याय, सपा छोड़कर आये नितिन अग्रवाल और कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हुई अदिति सिंह को भी भाजपा ने टिकट दे दी है। भाजपा में उत्तरप्रदेश और गोवा में टिकट वितरण का मापदंड चर्चा का विषय बना हुआ है, वही दूसरी तरफ उत्पल पर्रिकर ने भाजपा छोड़ कर अपनी पिता की परंपरागत सीट पणजी से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लडऩे का फैसला करके कही ना कही गोवा में भाजपा की मुश्किलें बढ़ा दी है, क्योकि गोवा में भाजपा के चुनाव प्रचार का अहम चेहरा मनोहर पर्रिकर ही थे, जिसके प्रयासों से भाजपा गोवा में सरकार बनाने में कामयाब हो सकी थी।
मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर के पणजी से टिकट वितरण के लिए भाजपा के अलग मापदंड और देश के अन्य राज्यों में टिक वितरण का अलग मापदंड कम से कम गोवा विधानसभा चुनाव में अहम राजनीति मुद्दा बनने वाला है, क्योकि गोवा में भाजपा को सत्ता पहुंचाने वाले भाजपा नेता मनोहर पर्रिकर के बेटे को पणजी से टिकट देने के लिए भ्गोवा प्रभारी देवेंद्र फडणावीस और मंत्री विश्वजीत राणे भाजपा के लिए काम करने की सलाह दे रहे है, वही दूसरी तरफ यूपी में मुलायम सिंह से जूड़ा होना ही भाजपा की टिकट पाने की जरूरी बन गया है। भाजपा ने मुलायम सिंह के समधी हरिओम यादव को टिकट दिया है और बहू अपर्णा यादव भी टिकट की दौड़ में शामिल है।

क्या भाजपा अपने वरीष्ठ नेताओं का सही सम्मान कर रही ?

भाजपा को खड़ा करने वाले अधिकांश नेता आज लूप लाईन में है, जिसमें अब मनोहर पर्रिकर का परिवार भी शामिल हो गया है। भाजपा इतिहास की गलतियों का हवाला देकर कांग्रेस को निशाना साधती रही है कि इतिहास में कांग्रेस ने सुभाष चंद्र बोस, सरदार वल्लभ भाई पटेल, सहित ना जाने कितने नेताओं का उनका हक नही दिया, लेकिन वर्तमान में मोदी सरकार भाजपा को खड़े करने वाले का उचित सम्मान कर रही है? क्योकि भाजपा को खड़ा करने वाले अधिकांश नेता इन दिनों पूरी तरह से लूप लाईन में है। यह सवाल इसलिए महत्वपूर्ण हो जाता है कि गोवा में भाजपा को सत्ता तक पहुंचाने वाले मनोहर पर्रिकर परिवार के बेटे उत्पल पर्रिकर को पणजी से टिकट तक देने से भाजपा ने मना कर दिया? सवाल यह है कि क्या भाजपा ने पर्रिकर परिवार के योगदान का उचित सम्मान किया? क्योकि उत्पल पर्रिकर पार्टी बदल कर भी पणजी सीट से चुनाव लड़ सकते थे लेकिन उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर चुनाव लडऩे का फैसला करके कही ना कही भाजपा के नाइंसाफी की एक और मिशाल बन गये है।

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