हाईकोर्ट की चुनाव टालने की अपील के बाद अमित शाह का यूपी कार्यक्रम सामने आया
इलाहाबाद हाई कोर्ट ने पीएम नरेंद्र मोदी और चुनाव आयोग से ओमिक्रॉन के बढ़ते मामले के मद्देनजर यूपी चुनाव टालने की अपील करने के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का चुनाव प्रचार के मद्देनजर 6 दिनों में 10 जिलों का दौरा स्पष्ट संकेत दे रहा है कि मोदी सरकार यूपी चुनाव किसी भी हालत में आगे बढ़ाना नही चाहती है। यह जरूर है कि इलाहाबाद हाईकोर्ट की अपील के बाद चुनाव आयोग कुछ हरकत में नजर आ रहा है, यह कोशिश सिर्फ दिखावे से ज्यादा कुछ नही मानी जा रही है। राजनीतिक पंडितों का मानना है कि चुनाव आयोग में इतनी हिम्मत नही है कि वह विगत एक दिनों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व अन्य मंत्रियों के द्वारा किये गये शिलान्यास व लोकार्पण पर पानी फेर सके, इसलिए इलाहाबाद हाईकोर्ट की अपील और देश में ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों के बीच ही यूपी चुनाव होगा, ठीक बंगाल चुनाव की तर्ज पर। अंतर सिर्फ इतना होगा कि बंगाल में सात चरणों में चुनाव हुआ था यूपी में कुछ कम चरणों में चुनाव होगा।
जान है तो जहान है का नारा भी जूमला ही साबित होगा
पहले लॉकडाउन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जान है तो जहान है का नारा दिया था लेकिन बिहार का चुनाव को आगे नही बढ़ाया गया, बंगाल असम का चुनाव के बीच कोरोना संक्रमण अपने चरम पर भी होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी रैलियों को रद्द नही किया। चुनाव के बाद जरूर कोर्ट ने चुनाव आयोग को कठघरे में खड़ा किया। एक बार फिर ओमिक्रॉन के बढ़ते मामले की बीच यूपी सहित पांच राज्यों में चुनाव होने वाले है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी टीम विगत एक महीने से यूपी में लगातार कार्यक्रम करके भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने के लिए करोड़ो की योजनाओं का शिलान्यास या उद्घाटन करके जनता को यह विश्वास दिलाने की कोशिश कर रही है कि डबल इंजन की सरकार कितना काम कर रही है। वही गृहमंत्री अमित शाह के इलाहाबाद हाई कोर्ट के अपील के बाद 6 दिनों में 10 जिलों का कार्यक्रम बनाया जाना स्पष्ट करता है कि मोदी सरकार ओमिक्रॉन के बढ़ते संक्रमण के बीच ही यूपी का चुनाव कराकर जान हेै तो जहान है का नारा बदल कर कुर्सी है तो जान है में तब्दिल करने का प्रयास कर रही है।
हाईकोर्ट के अपील के बाद बना अमित शाह का दौरा कार्यक्रम
इलाहाबाद हाईकोर्ट की चुनाव टालने की अपील के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह कर 6 दिनों में 10 जिलों के कार्यक्रम की शुरूआत 26 दिसंबर से कासगंज और जालौनसे होगी, 28 दिसंबर को हरदोई, सुल्लतानपुर और भदोही में जनसभाएं होगी, 30 दिसंबर को मुरादाबाद में जनसभा को संबोधित करने के बाद लखनऊ आएंगे, जहां से वह उन्नाव का दौरा करेंगे। 31 दिसंबर को पूर्व उत्तरप्रदेश के संतकबीर नगर में जनसभा करेंगे और बरेली में रोड़ शो करेगें।
ओमिकॉन के संक्रमण के बीच होगा यूपी चुनाव
राजनीतिक जानकारों का भी मानना है कि इलाहाबाद हाईकोर्ट के चुनाव टालने की अपील के बाद जिस तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के कार्यक्रम यूपी में हो रहे है वह स्पष्ट संकेत दे रहा है कि ओमोक्रॉन के बढ़ते संक्रमण के बीच ही यूपी का चुनाव होने वाला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक तरफ ओमोक्रॉन के संक्रमण से बचने की सलाह देगें वही दूसरी तरफ जनसभा आयोजित करके लाखों की भीड़ को भाजपा जीताने की अपील भी करेगें, जैसे कि बंगाल चुनाव के दौरान हुआ था। चुनाव आयोग जरूर बंगाल की तरह यूपी का चुनाव सात चरणों में कराने की जगह कुछ कम चरणों में करा सकता है।