पाकिस्तान ने शतरंज ओलप्पिक का किया बहिष्कार, क्या भारत क्रिकेट मैच का करेगा बहिष्कार ?
सोशल मीडिया में इन दिनों फिल्मों के बॉयकॉट का फैशन चल रहा है लेकिन 28 अगस्त को भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले मैच की टिकट सवा लाख रूपये में बेचे जाने के बाद भी बॉयकॉट की अपील सोशल मीडिया क्यों नही की जा रही है? जबकि इस मैच से अप्रत्यक्ष रूप से पाकिस्तान को भी फायदा पहुंचेगा ?
जनता में राष्ट्रभक्ति जगाने के लिए इन दिनों सोशल मीडिया में फिल्मों के बॉयकॉट की एक नई परपंरा शुरू हो गई है, जिसके चलते लालसिंह चढ्डा और रक्षाबंधन फिल्म पूरी तरह से असफल रही, लेकिन 28 अगस्त को एशिया कप में भारत और पाकिस्तान के होने वाले मैच को लेकर सोशल मीडिया में बहिष्कार की आवाज नही बुलंद होने से 3 घंटे में ही मैच के पूरे टिकट बिक गये। सवाल यह है कि इस मैच से क्या पाकिस्तान को नुक्सान होने वाला है, जो सोशल मीडिया में इस मैच के बहिष्कार की आवाज नही बुलंद की जा रही है,। गौरतलब है कि विश्व कप में भारत और पाकिस्तान के खिलाफ मैच नही खेलने की आवाज बुलंद करने वाले भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी और बाबा रामदेव इस बार मौन साधे हुए है? भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध अच्छे नही होने के कारण दोनों देश एक दूसरे के यहां मैच नही खेल रहे है, तो फिर किसी दूसरे देश में मैच खेलने देश की जनता को क्या संदेश देना चाहती है? क्योकि पूर्व में भारत और पाकिस्तान के मैच के चलते देश में बड़ी संख्या में एफआईआर भी दर्ज की गई थी, जिसके चलते तनाव की स्थिति भी पैदा हुई थी। इस बार भी कुछ वैसे ही हालत फिर से निर्मित हो सकती है, जिसकों देखते हुए सरकार को ही भारत पाकिस्तान मैच को किसी तीसरे देश में भी बैंन कर देना चाहिए। गौरतलब है विगत दिनों चेन्नई में आयोजित ओलंपिक शतरंज प्रतियोगिता में पाकिस्तान के कश्मीर विवाद के चलते अंतिम समय पर मैच का बहिष्कार किया था। ऐसे हालातों में क्या भारत को भी एशिया कप में पाकिस्तान के साथ 28 अगस्त को होने वाले मैच का बहिष्कार कर पाकिस्तान को उसी की भाषा में जवाब देना चाहिए या बीसीसीआई के सचिव गृहमंत्री अमित शाह के बेटे जयशाह के चलते भारत पाकिस्तान क्रिकेट के बहिष्कार की मांग सोशल मीडिया की आवाज नही उठी और ना ही इस मामले पर मोदी सरकार ही कुछ बोल रही है।