नये साल में जमीन नही खाली करने वाला चीनी सैनिकों का वीडियों जारी
चीन, मोदी सरकार की नरमी का फायदा लगातार उठा रहा है। अरूणाचल प्रदेश में भारतीय सीमा के अंदर इक्लेव बनाने की पृष्टि अमेरिका की पैंटागन संस्था के द्वारा किये जाने के बाद भी मोदी सरकार चुप्पी साधे रहे, इसके बाद चीन ने अरूणाचल प्रदेश में 15 जगहों का नाम भी बदल दिया लेकिन इस मामले पर भी मौन साधे रहने से अगली कड़ी में चीन अखबार ग्लोबल टाइम्स ने नए साल में चीनी सैनिकों का एक वीडियों जारी किया है जिसमें वह मदारिन में कुछ बोल रहे है। ग्लोबल टाइम्स ने ट्विटर पर जारी इस वीडियों के साथ कैप्शन लिखा है कि भारत से लगी सीमा पर गलवार घाटी में पीपल्स लिबरेशन आर्मी के जवानों ने चीन के लोगों को संदेश भेजा है कि एक इंच जमीन भी नहीं छोड़ेंगे। इस वीडिया को रिट्वीट करते हुए रक्षा विश£ेषक सुशांत सिंह ने लिखा है कि इस हैंडल से यह और अन्य ट्वीट अक्साई चीन से पीएलए का नए साल का संदेश है तो चीन से लगी वास्तविक नियंत्रण रेखा पर अप्रैल 2020 से पहले की यथास्थिति की उम्मीद द्विपक्षीय वार्ता से कम ही है। मोदी सरकार इस चीन वीडियों को लेकर कोई प्रतिक्रिया नही दी है। गौरतलब है कि कोरोना काल में चीन ने लद्दाख सहित कई क्षेत्रों में भारतीय सीमा में अतिक्रमण किया लेकिन मोदी सरकार पाकिस्तान की तर्ज पर चीन पर आक्रमक रूख नही अपनाने के चलते लगातार चीन भारतीय सीमाओं पर अतिक्रमण व नाम बदलने की रणनीति पर काम कर रहा है, ज्ञात हो कि चीन पर लद्दाख क्षेत्र में किये गये अतिक्रमण को लेकर भारत और चीन सैन्य अधिकारियों के बीच 18 दौर की बातचीत के बाद भी चीन पीछे हटने को तैयार नही हुआ है, नये साल में जारी इस वीडियों ने स्पष्ट संदेश दे दिया है कि चीन किसी भी कीमत पर पीछे हटने को तैयार नही है। मोदी सरकार घर में घूस के मारने वाली रणनीति भी सिर्फ पाकिस्तान तक ही सीमित नजर आ रही है, चीन के मामले पर कौन सी रणनीति पर मोदी सरकार काम कर रही है यह पता नही चल रहा है, वही दूसरी तरफ चीन लगातार अपनी पकड़ मजबूत बना रहा है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि मोदी सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ताकतवर इमेज को बरकरार रखने के लिए देश की जनता को चीन द्वारा भारतीय सीमाओं पर किये जा रहे अतिक्रमण को लेकर सही जानकारी नही दे रही है, चीन इसी खोखली ताकतवर इमेज का भरपुर फायदा उठा रहा है।