विश्व पटल पर मोदी सरकार की छवि खराब हुई है नुपूर शर्मा के बयान से
दंगा करने वालों के खिलाफ भाजपा सरकार बुलडोजर चला देती है, ऐसे में सवाल उठता है कि भाजपा प्रवक्ता नुपूर शर्मा के पैगंबर मोहम्मद पर की गई विवादित टिप्पणी से देश में तनाव पैदा करने के साथ ही अंतर राष्ट्रीय स्तर पर भी देश की बदनामी हुई है, ऐसे में मोदी सरकार निलंबित प्रवक्ता पर क्या कार्यवाही करती है? वही आँल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लाँ बोर्ड के महासचिव ने कानूनी कार्रवाई के साथ कठोर दंड की मांग की है। मायावती ने भी इस मामले पर सख्त कार्रवाई की आवाज़ बुलंद की है।
समाज में तनाव पैदा करने वाले पर क्या कार्यवाही होगी?
भाजपा दंगाईयों में भय पैदा करने के लिए उनके घरों में बुलडोजर चलाने की एक नई परंपरा की शुरुआत की है, जिसका भाजपा समर्थकों का भी भरपूर समर्थन मिला, ऐसे में यह सवाल गहरा रहा है कि भाजपा प्रवक्ता नुपूर शर्मा के पैगंबर मोहम्मद पर दिये गये विवादित बयान से जहां तनाव की स्थिति पैदा होने के साथ कानपुर में पत्थरबांजी की घटना होने के साथ ही अंतर राष्ट्रीय स्तर पर भी भारत की बदनामी हुई, जिससे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की विश्व गुरू वाली इमेज पर भी भारी असर पड़ा। सऊदी अरब के देशों के दबाव में हिन्दुत्व की लड़ाई लड़ने वाले प्रवक्ता नुपूर शर्मा को पार्टी से बाहर का रास्ता जरूर दिखा दिया है, लेकिन देश की जनता को नुपूर शर्मा के घर में बुलडोजर व कानूनी कार्रवाई का अभी भी इंतज़ार है, क्योंकि मोदी सरकार का कहना है कि देश में सभी धर्मो का सम्मान किया जाता है तो सभी के लिए कानूनी कार्रवाई भी बराबर होनी चाहिए ,इस मामले पर दो एफ आई आर दर्ज है,वही भाजपा द्वारा नुपूर शर्मा को पार्टी से निकाला जाना स्पष्ट करता है कि आरोप में सत्यता भी है, इसलिए सख्त कार्यवाही तो बनती ही है।
सख्त कार्रवाई की आवाज़ बुलंद हो रही है
आँल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लाँ बोर्ड के महासचिव मौलाना खालिद सैफुल्लाह रहमानी का कहना है कि पार्टी से निकालना जाना निश्चित ही अच्छी बात है, लेकिन पर्याप्त नहीं है, विश्व स्तर पर देश की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाई है, ऐसे कुकृत्य करने वालों को कठोर दंड और सख्त कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसा ना हो।
मायावती भी इस मामले में मोदी सरकार को घेरते हुए कठोर कानूनी कार्रवाई के तहत जेल भेजने की मांग की है।
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि नुपूर शर्मा विवाद निष्कासन के बाद खत्म नही होने वाला है, क्योंकि लम्बे समय के बाद भाजपा के हिन्दुत्व के एजेंडा को पंचर करने के लिए एक मजबूत हथियार मिला है, जिसका ज्यादा से ज्यादा उपयोग करने की कोशिश की जायेगी । देखना है कि मोदी सरकार इस विवाद का कैसे पटाक्षेप करती है। क्योंकि पहली बार हिन्दू मुस्लिम विवाद पाकिस्तान और आई ओ सी से बाहर निकलने के कारण मोदी सरकार दबाव में है, जिसके चलते भाजपा के अंदर भी खलबली मचा रखी है।