May 1, 2025

किसान आंदोलन से हरियाणा की राजनीति में आया बवाल

जजपा में बगावती स्वर उभरने लगे है

मोदी सरकार के नेताओं का कहना है कि किसान आंदोलन कांग्रेसी नेताओं के बरगलाने पर किया जा रहा है, पर इस आंदोलन के चलते हरियाणा में भाजपा की सरकार के ऊपर खतरे के बादल मंडराना साबित करता है कि किसान आंदोलन का असर भाजपा सरकार में हो रहा है हरियाणा में सहयोगी दल जननायक जनता पार्टी के विधायक विरोध कर रहे है वही उपमुख्यमंत्री और जजपा प्रमुख दुष्यंत चौटाला से कहा है कि हमें खट्टर सरकार से अलग हो जाना चाहिए। राजनीतिक पंडितों का मानना है कि अगर हरियाणा मेें भाजपा की सरकार गिरी तो किसान आंदोलन की सबसे बड़ी राजनीतिक काययाबी होगी। इस राजनीतिक सफलता का विस्तार बंगाल, असम व देश के अन्य राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनाव में भाजपा केा हरा करके बढ़ाना चाहिए, क्योकि जब तक मोदी सरकार की राजनीतिक ताकत कमजोर नही होगी किसान आंदोलन के प्रति गंभीर नही होगी।
हरियाणा में लाये गये अविश्वास प्रस्ताव पर जननायक जनता पार्टी के विधायक क्या निर्णय लेते हेै इस पर किसान आंदोलन की पैनी नजर है क्योकि किसान आंदोलन के कारण जजपा में विधायको के बगावती स्वर उभर कर सामने आ रहे है, जिससे राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गयी है। किसान आंदोलन के बीच लाया गया यह अविश्वास प्रस्ताव किस करवट बैठता हेै यह तो आने वाला समय ही बतायेगा लेकिन किसान आंदोलन के कारण भाजपा की मुश्किलें बढऩे लगी है। हरियाणा में अगर भाजपा की सरकार गिरती है तो निश्चित ही किसान आंदोलन को एक नयी ताकत मिलेगी वही भाजपा की सरकार बच जाती है तो सबसे ज्यादा मुश्किलें जननायक जनता पार्टी के विधायकों व नेताओं को होने वाली है जो सत्ता के लिए भाजपा के साथ चिपकी है। गौरतलब हेै कि कृषि बिल को लेकर अकाली दल एनडीए से अलग हो गया है क्या जजपा भी भाजपा का साथ छोड़ेगा या भाजपा के साथ रहेगा अविश्वास प्रस्ताव में फैसला हो जायेगा।

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