केंद्रीय मंत्री सीआरपीएफ जवान से उलझें,
जवानों पर राजनीति करने वाली मोदी सरकार के कैबिनेट मंत्री सतीश महाना यूपी विधानसभा चुनाव में कानपुर के जरौली मतदान केंद्र में सीआरपीएफ के जवान के साथ बहस करने वाला वीडियों सोशल मीडिया मेें वायरल होने के बाद सवाल गहराने लगा है कि जवानों के नाम पर राजनीति करने वाली मोदी सरकार के केंद्रीय मंत्री कैसे सीआरपीएफ के साथ बहस कर रहे है, क्या हार का डर इतना अधिक हो गया है कि भाजपाई जवानों का सम्मान भी भूल गये है।
उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा नेता योगी सरकार की कानून व्यवस्था का उल्लेख कर रहे है लेकिन दूसरी तरफ केंद्रीय मंत्री सतीश महाना ही कानपुर के जरौली मतदान केंद्र में चुनाव में तैनात सीआरपीएफ के जवान से उलझ रहे है। ऐसे में सवाल उठता है कि किस कानून व्यवस्था की बात भाजपा नेता रहे है। अगर इसी तरह का काम विपक्ष के किसी नेता के द्वारा किया गया होता तो भाजपा इसे कानून व्यवस्था के साथ ही जवानों के सम्मान से जोड़ कर जनता को गुमराह करने में जूट जाती। राजनीतिक जानकारों क मानना है कि भाजपा नेताओं का आपा खोना स्पष्ट संकेत दे रहा है कि यूपी में योगी सरकार की सत्ता वापसी की राह हर चरण के बाद खत्म होती जा रही है, जिसके चलते वह अपन गुस्ता सीआरपीएफ के जवानों पर भी निकालने से परहेज नही कर रहे है। गौरतलब है कि कानपुर क्षेत्र में केंद्रीय मंत्री अमित शाह और स्मृति ईरानी का रोड़ शो भी असफल हो चुका है।