पूर्व मुख्यमंत्री रवि नाइक ने भी पार्टी छोड़ी,
कांग्रेस उत्तरप्रदेश में चौंकाने वाले परिणाम का दावा कर रही है लेकिन गोवा में विधानसभा चुनाव के पूर्व ही जिस तरह से कांग्रेसी नेता पार्टी छोड़ रहे है, जिसके चलते विधानसभा चुनाव के पूर्व ही कांग्रेस सत्ता की दौड़ से बाहर होती दिखाई दे रही है। गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री लुइजिन्हों फलेरियों ने सिंतबर में इस्तीफा देकर टीएमसी में शामिल हो गयी, वही कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री और विधायक रवि नाइक ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उसके बाद भाजपा में शामिल हो गये है, रवि नाइक के भाजपा में शामिल होने से पार्टी की स्थिति और मजबूत होगी, गोवा में कांग्रेस में भगदड़ मची हुई है वही दूसरी तरफ आम आमदी पार्टी और टीएमसी गोवा विधानसभा चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे है, इस बहुकोणीय मुकाबलें का फायदा भी भाजपा को मिलेगा, जिससे पूरी उम्मीद है कि गोवा में भाजपा की सरकार फिर से वापसी तय है, क्योकि गोवा में विपक्ष पूरी तरह से बिखरा हुआ है। कांग्रेसी नेताओं का पलायन यह संदेश दे रहा है कि पार्टी आलाकमान में नेताओं का भरोसा कम होता जा रहा है, कि कांग्रेस कभी सत्ता की वापसी वर्तमान नेतृत्व में कर पायेगी। गांधी परिवार या फिर कांग्रेस नेता जब तक कांग्रेसी नेताओं में यह विश्वास नही जगा पायेगें यह पलायन नही रूकेगा। कांग्रेस की इसी भगदड़ का फायदा उठा कर ही टीएमसी नेता ममता बेनर्जी राहुल गांधी के नेतृत्व पर सवाल उठाया है। जिसके बाद से कांग्रेस के अंदर उथल पुथल मंच गयी है। लेकिन सवाल अपनी जगह कामय है कि क्या कांग्रेस का वर्तमान नेतृत्व मोदी सरकार को हरा सकता है? क्योकि भाजपा नेता भी इसी कमी का फायदा उठकर सवाल पूछते है कि मोदी के सामने कौन।
पांच सालों में 17 विधायकों वाली कांग्रेस 3 विधायकों में पहुंची
प्रियंका गांधी उत्तरप्रदेश में कांग्रेस की जड़े जमाने की हर संभव कोशिश कर रही है लेकिन गोवा में कांग्रेसी नेता लगातार पलायन यह संकेत दे रहा है कि कांग्रेसी नेताओं को आलाकमान पर भरोसा लगातार कम होता जा रहा है, जिसका प्रमाण है कि 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को सर्वाधिक 17 सीट मिलने के बाद भी कांग्रेस का आलाकमान सरकार बनाने की कोशिश नही की जबकि 13 सीट वाली भाजपा जोड़ तोड़ करके सरकार बनाने में कामयाब रही, सबसे बड़ी पार्टी होने के बाद भी सत्ता से दूर रहने का दर्द नही झेल सके। पांच सालों में कांग्रेस विधायकों की संख्या 17 से तीन हो जाना इसका प्रमाण है। आगामी विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस आलाकमान कांग्रेसी नेताओं में विश्वास जाग पाने में सफल नही हो पाने के कारण ही लगातार कांग्रेस नेता पार्टी छोड़ कर दूसरी पार्टी में जा रहे है। विधानसभा चुनाव के पूर्व कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री रवि नाईक का पार्टी छोडऩे को एक बड़ा नुक्सान के तौर पर देखा जा रहा है।
कांग्रेस के अंदर चल रही इसी भगदड़ का फायदा उठाते हुए ही टीएमसी नेता ममता बेनर्जी, कांग्रेस नेतृत्व पर सवाल उठा कर आगामी लोकसभा चुनाव में अपने को प्रमोट करने में लगी हुई है, आगामी विधानसभा चुनाव के परिणाम के बाद स्थिति और भी स्पष्ट हो जायेगी, क्योकि कांग्रेस पांच राज्यों में कितनी जगह सरकार बना पाती है इस पर सभी की नजर है, क्योकि प्रिंयका गांधी जिस उत्तरप्रदेश में मेहनत कर रही है वहां पर कांग्रेसी नेता भी दावा नही कर रहे है कि कांग्रेस की सरकार बनने वाली है सिर्फ चौकाने वाले परिणाम की ही बात कर रहे है लेकिन गोवा में रवि नाईक ने कांग्रेस छोड़ कर कांग्रेस को चुनाव पूर्व ही चौका दिया है, कि जहां मेहनत करनी चाहिए वहां नही की जा रही है।