मुगल आने से पहले ही गोवा मे पुर्तगालियों का कब्जा हो चुका था
गोवा चुनाव को हिन्दू मुस्लिम में तब्दिल करने के लिए क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोवा आजादी दिवस पर अपने उद्बोघन के दौरान देश के सामने ऐसे तथ्य रखें जिससे अभी तक देश की जनता पूरी तरह से अंजान थी उन्होंने कहा कि गोवा एक ऐसे समय में पुर्तगाल के अधीन हो गया था, जब देश के दूसरे बड़े भूभाग में मुगलों की सल्लनत थी। इसके बाद से इतिहासकारों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस बयान पर सवाल उठाते हुए कहा कि गोवा ऐसे समय में पुर्तगाल के अधीन नहीं गया था जब देश के दूसरे भाग में मुगलों की सल्लनत थी, 1519 में भारत में मुगल नहीं थे, कृपया इतिहास पढ़ें, एंटायर पॉलिटिकल सांइस नहीं।
पाकिस्तान, बाबर या मुगल का सहारा लेकर भाजपा हिन्दू मुस्लिम की राजनीति की एक नयी परंपरा की नींव रखी इसका विस्तार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोवा तक करने का प्रयास किया है। विधानसभा चुनावों की तैयारियों के पूर्व गोवा की आजादी के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने यह कहकर सभी इतिहासकारों के साथ देश व गोवा की जनता को आश्चर्यचकित कर दिया कि गोवा एक ऐसे समय पुर्तगाल के अधीन हुआ जब देश के अन्य हिस्सोंं में मुगल का शासन था। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बयान के माध्यम से देश की व गोवा की जनता को यह बताना चाहते थे कि पुर्तगालियों और मुगल के बीच सांठगांठ थी, इसलिए आसानी से मुगल शासन के दौरान गोवा पर पुर्तगालियो ने कब्जा करवाया? लेकिन उनकी इस रणनीति का हवा कुछ ही देर में इतिहासकारों ने खोल कर रख दी। डलहौजी यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर निसिम मन्नाथुकरेन ने सवाल उठाए है कि गोवा ऐसे समय पुर्तगाल के अधीन नही गया था, जब देश के दूसरे भाग में मुगलों की सल्लतन थी, 1510 में भारत में मुगल नहीं थे। एक अन्य ने बताया कि पुर्तगालियों ने 1505 में बीजापुर के आदिल शाह ने गोवा के लिए लड़ाई लड़ी, बाबर तब भी फरगना में था। 1505 -1961 तक गोवा पर पुर्तगालियों का शासन था। मुझे नही पता कि मुगलों को बेवजह हर जगह क्यों घसीटा जाता है. ऐसा लगता है कि इस झुंड ने पूरी तरह से स्कूल में पढ़ाई छोड़ दी थी।
इतिहासकारों के मुताबिक 1526 में बाबर ने इब्राहिम लोदी को पानीपत की पहली लड़ाई में हराया और मुगल सल्तनत की नींव रखी। इसके बाद भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोवा की आजादी के कार्यक्रम में मुगलों पर गोवा में पुर्तगालियों के कब्जे का जिम्मेदारी बता कर कही ना कही हिन्दू मुस्लिम राजनीति करने का प्रयास किया। सवाल यह है कि गोवा में डबल इंजन सरकार होने के बाद भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को क्यो चुनाव जीतने के लिए मुगल, पाकिस्तान का सहारा लेना पड़ता है।