कॉशी विश्वनाथ कॉरिडोर उद्घाटन के लिए दूरदर्शन ने 55 कैमरों का उपयोग करने बनाया नया विश्व रिकॉर्ड
दूरदर्शन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के उद्घाटन में 55 कैमरों का इस्तेमाल करने के बाद सवाल उठने लगा है कि क्रिकेट या फुटबांल मैचों के लाईव प्रसारण में कितने कैमरों का इस्तेमाल आयोजकों के द्वारा किया जाता है। गूगल से मिली जानकारी के अनुसार विश्व कप क्रिकेट मैचों के प्रसारण के लिए लगभग 30 कैमरों का उपयोग किया जाता है, फुटबांल मेैंच के सीधे प्रसारण के लिए लगभग इतने ही कैमरों का उपयोग किया जाता है, यह दोनों खेल दुनिया में सबसे पापुलर खेलों में शामिल है। लेकिन दूरदर्शन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन को भव्यता प्रदान करने के लिए 55 कैमरों का इस्तेमाल करके देश की जनता के साथ ही दूनिया की यह संदेश देने की कोशिश की, यह आयोजन क्रिकेट विश्वकप या किसी फुटबंाल मैच से भी बहुत बड़ा था।
उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव के पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकसभा क्षेत्र बनारस में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन को जनता के दिलों तक स्थापित करने के लिए दूरदर्शन ने कोई कोर कसर नही छोड़ी। इस परियोजना के उद्घाटन कार्यक्रम को जनता तक पहुचांने के लिए दूरदर्शन ने 55 हाई डेफिनेशन कैमरा, चार जिमी जैब और एक बड़े ड्रोन की मदद ली, जिसके लिए 55 कैमरामैन, वरिष्ठ अधिकारियों और अन्य कर्मियों समेत करीब 100 लोगों की टीम वाराणसी गयी थी। दूरदर्शन के द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काशी विश्वनाथ कॉरिडोर उद्घाटन पर किये गये खर्च को लेकर राजनीतिक जानकारों का मानना है कि एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बैक, रेलवे, एयरइंडिया बेच रहे है वही दूसरी तरफ सरकारी दूरदर्शन का उपयोग अपनी छवि को जनता तक पहुंचने के लिए खूलकर इस्तेमाल कर रहे है। दूरदर्शन अगर बिक गया तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम के लिए इतने कैमरें और इतने अधिकारियों की फौज कौन लगायेगा? शायद इसलिए दूरदर्शन के निजीकरण का कोई बिल अभी तक नही लाया गया है, और ना भविष्य में आयेगा, क्योकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम का सीधा प्रसारण की जिम्मेदारी जो दूरदर्शन को मिली हुई है।
उत्तरप्रदेश की भाजपा की चुनावी वैतारणी को पार करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के उद्घाटन को दूरदर्शन ने एक रणनीति के तहत आयोजन में तब्दिल करने की कोशिश की, ताकि दर्शकों को लम्बे समय से इस योजना की याद बनी रहे, इसलिए कई एंगलों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हर कार्यक्रम को जनता तक पहुंचाया गया ठीक आईपीएल क्रिकेट की तरह, ताकि जनता बोर ना हो। गूगल से मिली जानकारी के अनुसार भारत का सबसे पसंद किया जाना वाले खेल क्रिकेट के सीधे प्रसारण के लिए आयोजक लगभग 30 कैमरों का उपयोग करते है, लगभग इतने ही कैमरों का उपयोग फुटबांल मैच के सीधे प्रसारण के लिए भी किया जाता है, ताकि दर्शकों के खेल से जूडी हर बारिक से बारिक चीज दिखाई जा सके। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कॉशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन कार्यक्रम को कवर करने के लिए 55 कैमरों का उपयोग बताता है कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन का कार्यक्रम, क्रिकेट व फुटबांल मैच से बहुत बड़ा था, कम से कम दूरदर्शन की नजर में तो।
हर अधिकारी पीएम को खूश करने में लगा है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम को भव्यता प्रदान करने के लिए जिस तरह से दूरदर्शन के अधिकारियों ने कोई कोर कसर नही छोड़ी, कुछ इसी तरह की योगी सरकार के अधिकारियों ने भी कॉशी विश्वनाथ कॉरिडोर के उद्घाटन कार्यक्रम में एकरूपता लाने के लिए सभी भवनों को जबरदस्ती गेरूवा रंग से रंग दिया था जिसमें मस्जिद व कांगे्रस भवन भी शामिल था, विरोध के बाद मस्जिद को सफेद रंग में रंगा गया वही कांग्रेस ने भी पुराने रंग में नही रंगने पर कोर्ट जाने की धमकी दी थी।