परिणाम से पहले ही भाजपा की अंदरूनी गुटबांजी सार्वजनिक हुई
उत्तराखंड में डबल इंजन सरकार के पटरी से उतरने की संभावनाओं को बल इसलिए मिल रहा है, क्योकि विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा उम्मीदवार ही पार्टी के नेताओं पर चुनाव हराने का आरोप लगाने लगे है। सबसे चौंकाने वाला आरोप लक्सर विधायक संजय गुप्ता ने लगाया है उन्होंने प्रदेशाध्यक्ष मदन कौशिक पर ही चुनाव हराने की साजिश रचने की बात परिणाम आने से पूर्व ही लगाकर भाजपा की अंदरूनी गुटबांजी को सार्वजनिक करने के साथ ही परिणाम के भी संकेत दे दिये है।
उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दावा किया है कि नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद देश में कई मिथक टूटे है और इस बार उत्तराखंड में भी कई मिथक टूटेंगें और प्रचंड बहुमत से साथ भाजपा की सरकार बनेगी। उन्होंने प्रदेश की 60 से ज्यादा सीटों पर जीत का दावा भी किया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के दावे की हवा भाजपा के प्रत्याशी ही निकालते दिखाई दे रहे है। काशीपुर सीट से भाजपा उम्मीदवार त्रिलोक सिंह चीमा और उनके पिता हरभजन सिंह चीमा एवं चंपावत के विधायक कैशाल गहतोड़ी ने संगठन के कई नेताओं पर भीरतघात करने का आरोप लगाया है, जो बताता है कि भाजपा को हराने में भाजपाई भी जम कर पसीना बहाया इस चुनाव में। इसी कड़ी में सबसे गंभीर आरोप लक्सर के विधायक संजय गुप्ता ने लगाया है जिससे भाजपा के अंदर खलबली मच गयी है, उन्होंने प्रदेशाध्यक्ष मदन कौशिक पर ही चुनाव हराने की साजिश रचने का आरोप लगा कर स्पष्ट कर दिया कि विधानसभा चुनाव में डबल इंजन की सरकार में एक इंजन डीरेल होने की पूरी संभवनाएं है, जिसके चलते ही उत्तराखंड में भाजपा के अंदरूनी लड़ाई परिणाम आने से पूर्व ही सार्वजनिक होने लगी है। भाजपा आलाकमान ने उत्तराखंड में भाजपा के अंदर चल रही आरोप प्रत्यारोप की राजनीति पर प्रदेश संगठन महासचिव अजय कुमार से पूरे मामले की जानकारी मांगी हैं, साथ ही प्रदेशाध्यक्ष मदन कौशिक से भी स्पष्टीकरण मांगा गया है।
बंगाल हार के बाद मोदी की पकड़ कमजोर हुई
भाजपा के आला नेता इस विवाद पर क्या जवाब देते है? लेकिन चुनावों के बाद जिस तरह भाजपा की गुटबांजी सार्वजनिक हुई है वह यही संकेत दे रहा है कि मोदी जी की पकड़ बंगाल हार के बाद लगातार कम होती जा रही है, जिसकी वजह से अंदरूनी कलह सार्वजनिक होने लगी है। राजनीतिक जानकारों का कहना है चुनाव परिणाम आने के बाद भाजपा के अंदर गुटबांजी का विस्तार ही होगा।