धान सुरक्षा कब मुद्दा बनेगा छत्तीसगढ़ में
बेमौसम बरसात से हजारों क्विलंट धान हर वर्ष होता है बर्बाद
जगदलपुर। छत्तीसगढ़ में धान खरीदने पर राजनीति तो बहुत होती हैे लेकिन खरीदा गया धान बरसात में बर्बाद ना होने देने को किसी भी राजनीति दल द्वारा मुद्दा नही बनाया गया है। गौरतलब है कि बेमौसम बरसात में सरकार के द्वारा खरीदा गया धान बर्बाद हो जाता है। विगत दिनों राज्य में हुई बेमौसम बरसात ने एक बार फिर धान की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिये है क्योकि धान खरीदी के बाद उसके रखने का उचित इंतजाम अभी तक किसी भी सरकार की प्राथमिकता में नही रहा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सभी कलेक्टरों को धान से बारिश से बचाने के निर्देश दिये है, सवाल यह कि क्या धान खरीदी के वक्त क्या बरसात के बचाव के इंतजाम नही किये गये थे जो बेमौसम बरसात के बाद नये निर्देश सरकार को जारी करने की क्येा जरूरत पड़ गयी। हर साल धान खरीदी के दौरान या बाद में बरसात होती है जिससे धान बर्बाद भी होता है लेकिन बरसात से बचाव के लिए कोई ठोस योजना अभी तक सरकार द्वारा नही बनायी गई है।
जिसके चलते हर वर्ष बेमौसम बरसात में हजारों क्विंटल धान बर्बाद हो जाता है।