कब तक सौंदर्यीकरण होता रहा है दलपतसागर का पूछता है बस्तरवासी
दलपतसागर में पूर्व में भी कई बार सौंदर्यीकरण का काम हो चुका है और वर्तमान में भी जारी है , इसी बीच 15 अगस्त को दलपतसागर में कैनोइंग- क्याकिंग खेल का भी शुभारंभ इस दावे के साथ किया गया कि इससे खेलों के साथ ही पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा, ज्ञात हो कि हर सौंदर्यीकरण के दौरान नेताओं के द्वारा इसी तरह के दावे किये जाते रहे है, लेकिन समय गुजरने के साथ ही हर योजना दम तोड़ देती है, वर्तमान योजनाएं का दम कब निकलता है? गौरतलब है कि दलपतसागर के संरक्षण के नाम पर करोड़ो रूपये खर्च किये जाने के बाद भी जनता को सरकार यह नही बताती है कि दलपतसागर का पानी कितना साफ हुआ है, क्योकि दलपतसागर का पानी नहाने लायक भी नही है, नहाने से चर्म रोग हो सकता है। सरकार व निगम प्रशासन दलपतसागर के पानी को नहाने लायक बनाने की दिशा में कोई ठोस रणनीति बनाने की जगह उसके सौंदर्यीकरण या अन्य कामों पर खर्च कर रही है। ग्रीन ट्रिब्यूनल ने दलपतसागर मामले पर कई वर्षो पूर्व ही तालाब में मिल रहे शहर के हजारों लीटर गंदे पानी को रोकने के निर्देश दिये थे लेकिन आज तक उसका जमीनी स्तर पर पालन नही हो पाने के कारण दलपतसागर में शहर का गंदा पानी बगैर फिल्टर हुए मिलने से जहां तालाब का पानी प्रदूषित हो रहा है वही दूसरी गंदगियों के चलते दलपतसागर की गहराई भी धीरे धीरे कम होती जा रही है, बरसात में दलपतसागर आने वाले पानी का रास्ता बदल देने की वजह से बरसात से होने वाली दलपतसागर की सफाई पर भी असर पड़ा है। जानकारों का मानना है कि दलपतसागर को संरक्षित करने के लिए सबसे पहले तालाब में मिल रहे गंदा पानी को रोकने के दिशा में निगम प्रशासन या फिर सरकार को काम करना चाहिए लेकिन मूल समस्या का निराकरण करने की जगह दूसरे तरीके से दलपतसागर को नया रूप देने का प्रयास कर अपनी पीठ थपथपाने की कोशिश लम्बे समय से जारी है और आज भी जारी है। जो कुछ समय के बाद बर्बाद हो जाता है, साथ ही साथ दलपतसागर जो धीरे धीरे मर रहा है उसे भी करोड़ो खर्च के बाद भी नया जीवन नही मिल पा रहा है। सरकार ने जरूर कागजों में गंदा पानी को साफ करने के लिए ट्रीटमेंट प्लांट की योजना तैयार की है जिस पर काम तेजी से चलने का दावा भी समय समय पर नेता व अधिकारी करते रहते है लेकिन जमीन में यह काम कब तक पूरा होगा यह कोई नही बताता है। शहरवासियों में आशंका है कि अमृत योजना की तरह ही ट्रीटमेंट प्लांट की योजना भी मुगेरी लाल के हसीन सपने ही साबित होगें।