May 1, 2025

राज्यसभा टिकट वितरण के कांग्रेस और हुई कमजोर

क्या आलाकमान बतायेगा कि किन खूबियों के चलते इमरान प्रतापगढ़ी को टिकट दिया गया ?

राजस्थान के चिंतन शिविर के बाद होने वाले राज्यसभा चुनाव में कांंग्रेस ने जिस तरह से राज्य के नेतृृत्व को किनारे करते हुए गांधी परिवार के करीबियों को टिकट दिया है उसके बाद से यह सवाल उठने लगा है कि क्या चिंतन शिविर का आयोजन सिर्फ गांधी परिवार के करीबियों को महत्व देने के लिए किया गया, ऐसे हालातों में कांग्रेस किस तरह से मोदी सरकार का मुकाबला कर पायेगी, क्योकि टिकट वितरण के बाद से कांग्रेसियों के अंदर ही गुस्सा दिखाई दे रहा है। महाराष्ट्र से कांग्रेस ने उत्तरप्रदेश से कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के प्रमुख इमरान प्रतापगढ़ी को टिकट देने पर कांग्रेस के वरीष्ठ नेता विश्वबंधु राय ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मांग की है कि कांग्रेस आलाकमान के यह बताना चाहिए कि प्रतापगढ़ी को किन खूबियों के चलते महाराष्ट्र से राज्यसभा टिकट दिया गया है। उम्मीद है कि कांग्रेस आलाकमान कांग्रेसियों की यह मांग पूरी नही करेगा, लोकतंत्र का दावा करने वाले राजनीतिक पार्टी कभी नही चाहती है कि पार्टी के नेता आलाकमान के फैसले पर सवाल उठाये। शायद उनकी नजर में कार्यकर्ता के सवाल उठाने से पार्टी कमजोर हो जाती है।

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मोदी सरकार के उदय होने के बाद कांग्रेस तेजी से रसातल में जा रही है, भाजपाई देश से कांग्रेस को खत्म करने की बात कह रहे है, जो धरातल में काफी हद तक सही भी साबित हो रहा है, पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस जहां पंजाब में सत्ता वापसी नही कर सकी, वही दूसरी तरफ किसी दूसरे राज्य में सरकार भी नही बना सकी। उत्तरप्रदेश में प्रियंका गांधी के द्वारा कड़ी मेहनत करने के बाद भी कांग्रेस का वोट बैंक कम हुआ। इसके बाद आयोजित चिंतन शिविर से कांग्रेसियों सहित आम जनता में यह विश्वास जागा कि कांग्रेस अपने रणनीति में कोई बदलाव करेगी और आने वाले समय में मोदी सरकार को जबरदस्त टक्कर देगी, लेकिन राज्यसभा के लिए जिस तरह से राज्य नेतृत्व के पूरी तरह से दरकिनार करते हुए गांधी परिवार के करीबियों को टिकट दिया गया है, उससे भाजपा का यह आरोप सही साबित होता है कि कांंग्रेस पार्टी जनता हितों से ज्यादा गांधी परिवार के हितों का ध्यान रखाती है। राज्यसभा के टिकट वितरण से जहां कांग्रेस के अंदर विरोध की आवाज उठ रही है वही भाजपाई को भी नई ऊर्जा मिली, जिसकी मदद से वह आने वाले समय में एक बार फिर पूरी ताकत के साथ कांग्रेसियों और गांधी परिवार के वफादरियों का उल्लेख करके मजबूती के साथ कांग्रेस को घेरेगें, और कांग्रेस के पास भाजपा के इन आरोपों का कोई भी जवाब नही होगा। महाराष्ट्र में कांग्रेस आलाकमान द्वारा इमरान प्रतापगढ़ी को राज्यसभा का टिकट देने के बाद कांग्रेसी यह सवाल पूछने लगे है कि आलाकमान को महाराष्ट्र के कांग्रेसियों को यह बताना चाहिए कि उनकी किन खूबियों के चलते उन्हें राज्य सभा टिकट दिया गया है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद जिस तरह से राज्यसभा की टिकट वितरण किया गया है उससे कांग्रेस मजबूत होने की जगह कमजोर ही होगी। क्योकि मोदी सरकार की नीतियों का खूलकर विरोध करने वाले भी कांग्रेस के टिकट वितरण पर सवाल उठा रहे है। कांग्रेस ऐसी चापलूसी रणनीति के सहारे कैसे मोदी सरकार का मुकाबला कर पायेगी जो गांधी परिवार को लेकर पहले ही कांग्रेस को निशाना बनाता रहा है।

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