भाजपा ने छत्तीसगढ़ में धु्रवीकरण के लिए धर्मांतरण का लिया सहारा, देश के अन्य हिस्सों में हिन्दू मुस्लिम के सहारे ध्रुवीकरण किया जा रहा है
देश के अन्य हिस्सों की तरह ही छत्तीसगढ़ में भी भाजपा ध्रुवीकरण की राजनीति को बढ़ावा देने के लिए धर्मांतरण को मुद्दा बना रही है, बस्तर में आयोजित तीन दिवसीय चिंतन शिविर के बाद जिस तेजी से भाजपा नेताओं ने धर्मांतरण के मुद्दे पर आवाज बुलंद की है उससे यह स्पष्ट हो गया है कि बस्तर व सरगुजा जैसे आदिवासी बहुल क्षेत्रों में भाजपा नेताओं को यह लगने लगा है कि धर्मांतरण को मुद्दा बना कर ही भाजपा अपने खोये जनाधार को वापस पा सकती है, क्योकि सत्ता के प्रवेश द्वार माने जाने वाले बस्तर से भाजपा का सफाया हो गया है। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने राज्य सरकार पर धर्मांतरण को लेकर ही निशाना साधते हुए कहा कि सुन लें सरकार धर्मांतरण बंद नही हुआ तो ईट से ईट बजा देगी भाजपा, स्पष्ट करता है कि भाजपा नेताओं को राज्य सरकार के द्वारा बस किराये में 25 प्रतिशत वृद्धि की चिंता नही है बढ़ती महंगाई की चिंता नही है, बस्तर के सिलगेर में तीन ग्रामीणों की मौत के मामले पर भाजपा अभी तक अपनी जांच रिपोर्ट सार्वजनिक नही कर पायी है, और ना इस मामले पर राज्य सरकार को घेरने की ही कोशिश कर रही है। बस्तर में पुलिस प्रशासन के द्वारा खोले जा रहे कैंपों का विरोध ग्रामीणों के द्वारा किये जाने के साथ ही फर्जी मुठभेड़ के मामले पर मौन साधे हुए है। लेकिन कांग्रेस सरकार में बस्तर में हो रहे धर्मांतरण की ङ्क्षचंता सता रही है, जिसे भाजपा 15 साल सत्ता में रहते कभी भी ध्यान नही दिया, जिसके चलते ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने डॉ. रमन सिंह पर आरोप लगाया कि उनके कार्यकाल में सर्वाधिक चर्चाे का निर्माण किया गया, इस आरोप को भाजपा अभी तक खारिज नही कर पायी है, इसके बाद भी ध्रुवीकरण के लिए धर्मांतरण को हवा दी जा रही है, क्योकि भाजपा को यह लगने लगा है कि धु्रवीकरण की राजनीति से ही भाजपा सत्ता की वापसी कर सकती है। देश के अन्य हिस्सों में भाजपा हिन्दू मुस्लिम की राजनीति करके मतदाताओं का धु्रवीकरण कर रही है छत्तीसगढ़ में भाजपा ने धर्मांतरण का सहारा लेकर धु्रवीकरण की राजनीति की जमीन तैयार कर रही है।