बिलकिस बानो के आरोपियों के रिहाई के मामले पर भी आम आदमी पार्टी ने मौन साधे रखा था
हास्य कलाकार मुनव्वर फारूखी का दिल्ली में आयोजित शो को दिल्ली पुलिस की लाईसेंस शाखा ने विश्व हिंदू परिषद के विरोध के चलते अनुमति नही दी, क्या इस मामले पर दिल्ली में सत्ता रूढ़ सरकार मोदी सरकार को दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की सीआईआई छापे की तरह घेरने की कोशिश करेगी? क्योकि इसके पूर्व बिलकिस बानों के आरोपियों के रिहाई पर भी आम आदमी पार्टी के नेता मौन साधे रहे है।
आम आदमी पार्टी भी क्या भाजपा की तरह हिन्दुत्व की राजनीति करने लगी है?
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पर दिल्ली की नई आबकारी नीति को लेकर छापेमारी की कार्यवाही पर आम आदमी पार्टी के नेताओं ने जम कर हो हल्ला मचाया, लेकिन क्या हास्य कलाकार मुनव्वर फारूखी के दिल्ली मेंं 28 अगस्त को आयोजित शो को विश्व हिन्दू परिषद के विरोध के चलते दिल्ली पुलिस की लाईसेंस शाखा ने अन्तिम समय पर मंजूरी नही देकर रद्द करने पर मजबूर कर दिया है, क्या केजरीवाल सरकार इस मामले पर मोदी सरकार व दिल्ली पुलिस को कठघरे में खड़ा करेगी? इसका देश की जनता के साथ ही दिल्ली की जनता को भी इंतजार है, क्योकि इसके पूर्व बिलकिस बानों के आरोपियों की 15 अगस्त पर गुजरात सरकार द्वारा की गई रिहाई पर भी आम आदमी पार्टी जो गुजरात में सरकार बनाने का दावा कर रही है वह इस मामले पर मौन साधे हुए थी। इसलिए सवाल गंभीर है कि क्या मुनव्वर फारूखी के मामले पर भी मौन साध कर विश्व हिन्दू परिषद के विरोध पर सही होने की मूहर तो नही लगायेगी ?
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि आम आदमी पार्टी भी भाजपा की तरह ही हिन्दुत्व की राजनीति को आगे बढ़ा रही है इसलिए बिलकिस बानों के मामले पर मौन साधना ही जरूरी समझा जबकि आरोपियों को फूल माला के स्वागत पर पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस व अभिनेत्री खुशबू भी सवाल उठा रही है, लेकिन भाजपा का विरोध करने वाली आम आदमी पार्टी मौन साधे हुए है उसी तरह ही हास्य कलाकार मुनव्वर फारूखी के मामले पर भी दिल्ली पुलिस की कार्यवाही पर केजरीवाल सरकार किसी भी प्रकार का सवाल नही उठायेगी क्योकि विरेाध करके वह हिन्दू विरोधी नही बनाना चाहती है।