केंद्रीय मंत्री को अखिलेश यादव के खिलाफ उतार देने मात्रा से मुकाबला टक्कर का नही बन जाता है?
भाजपा ने अखिलेश यादव को टक्कर देने के लिए यूपी भाजपा के किसी बड़े नेता को मैदान में उतारने की जगह केंद्रीय राज्यमंत्री और आगरा के सांसद सत्यपाल सिंह बघेल को उतार कर स्पष्ट कर दिया है कि वह करहल विधानसभा चुनाव के लिए गंभीर नही है। इसी तरह की कोशिश बंगाल चुनाव के दौरान भी भाजपा ने की थी, वहां पर भाजपा ने बाबुल सुप्रियों, लॉकेट चटर्जी, निशित प्रमाणिक, जगन्नाथ सरकार और स्वपनदास गुप्ता को टिकट दी थी, लेकिन विधानसभा का चुनाव जीतने वाले सांसदों ने इस्तीफा दे दिया, जहां पर उपचुनाव चुनाव आयोग को कराना पड़ा। करहल की जनता यह बात जानती है कि भाजपा ने यह घोषणा नही की है कि अखिलेश यादव को हराने वाला नेता को सीएम बनाया जायेगा? केंद्रीय राज्यमंत्री वह पहले से ही है, ऐसे में अगर योगी सरकार सत्ता में आ जाती है तो भी वह मंत्री से ज्यादा कुछ नही बन सकते है।
भाजपा आलाकमान ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव को यादव बाहुल करहल विधानसभा में घेरने के लिए कें्रदीय राज्यमंत्री सत्यपाल सिंह बघेल को मैदान में उतार जरूर है, लेकिन वह अखिलेश यादव को टक्कर दे पायेगें यह सवाल भी राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है। क्योकि करहल विधानसभा की जनता को इस बात का आभाष है कि केंद्रीय राज्यमंत्री सत्यपाल बघेल द्वारा अखिलेश यादव को हरा देने के बाद भी भाजपा का आलाकमान उन्हें मुख्यमंत्री नही बनायेगा, क्योकि सीएम की दौड़ में पहले ही कई नाम शामिल है। और अगर सपा जीतती है तो निश्चित ही अखिलेश यादव मुख्यमंत्री बनेगें। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि यही अंतर अखिलेश यादव की जीत सुनिश्चित में अहम भूमिका अदा करेगा । बंगाल में भी भाजपा ने सांसदों को विधानसभा में उतारा था लेकिन बंगाल में भाजपा की यह रणनीति फेल हो गयी और बाद में विधानसभा का चुनाव जीतने वाले सांसदों ने इस्तीफा दे दिया, उपचुनाव में भाजपा को जीती हुई सीट भी खोनी पड़ी, इसलिए करहल विधानसभा की जनता को पता है कि अखिलेश यादव को हरा कर ज्यादा से ज्यादा मंत्री चुनने की जगह सत्यपाल सिंह बघेल को हरा कर मुख्यमंत्री ही क्यों ना चुने। क्योकि सपा यूपी का चुनाव जीती तो निश्चित ही अखिलेश यादव मुख्यमंत्री बनेगें। वैसे भी करहल विधानसभा का चुनाव भाजपा 2002 के अलावा कभी नही जीत सकी है। जब मोदी सरकार अपने पूरे उफान पर थी तब करहल का विधानसभा चुनाव नही जीत सकी है तो अभी योगी और मोदी सरकार का ग्राफ लगातार नीचे ही जा रहा है। ऐसे में कैसे चुनाव जीत पायेगी? बंगाल की जनता सांसदों को विधानसभा का चुनाव हरा सकती है तो यूपी की जनता मोदी सरकार के मंत्री सत्यपाल सिंह बघेल को क्यों नही हरा सकती है।